भारत में सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि सरकार आलोचनाओं के लिए तैयार है लेकिन इन प्लेटफॉर्म ओं का गलत इस्तेमाल को लेकर फोरम भी अति आवश्यक है इसलिए फॉर्म भी होना चाहिए भारत में व्हाट्सएप के लगभग 53 करोड़ यूजर हैं वही फेसबुक के 40 करोड़ यूजर और ट्विटर के एक करोड़ से ज्यादा यूजर है।।
भारत की मोदी सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया के लिए नई गाइडलाइन जारी की है इस नई गाइडलाइन को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोशल मीडिया भारत में व्यापार करें पैसा कमाए, ऑर्डनरी लोगों को पॉपुलर करें। जिसकी हम तारीफ करते हैं पर इन प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल को लेकर एक फोरम होना चाहिए।।
उन्होंने कहा कि सरकार आलोचनाओं के लिए तैयार है लेकिन इसके गलत इस्तेमाल को लेकर फोरम भी होना चाहिए उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट को लेकर गाइडलाइन बनाने को कहा था जिसके बाद ही सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया को लेकर गाइडलाइन तैयार की है उन्होंने बताया कि महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेंट को 24 घंटे के भीतर प्लेटफार्म से हटाना होगा इसके अलावा कंपनियों को हर महीने नियमों के पालन के बारे में सरकार को एक रिपोर्ट बनाकर देनी पड़ेगी।।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अफवाह फैलाने वाले पहले व्यक्ति की जानकारी देनी पड़ेगी और इसके अलावा यह भी बताना अनिवार्य होगा कि गलत कंटेंट कहां से फैला शुरू हुआ है।।
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के बारे में मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि सभी प्लेटफार्म के लिए एक नियम हो इसके लिए मंत्रालय को हर दिन पत्र मिला करते हैं इसके अलावा इस सत्र में दोनों सदनों को मिलाकर ओटीटी प्लेटफॉर्म के मसले पर 50 सवाल पूछे गए। और बताया कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए एक तरह का त्रि-स्तरीय तंत्र होगा । ओटीटी प्लेटफॉर्म और डिजिटल मीडिया के बारे में संपूर्ण जानकारी देनी होगी । इसके लिए भी एक शिकायत निवारण तंत्र होना चाहिए । आगे बताया कि सेल्फ – रेगुलेशन होनी चाहिए जिसकी अध्यक्षता उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय का सेवानिवृत्त जज करेगा या इस इस श्रेणी का कोई प्रख्यात व्यक्ति करेगा।।