आदिवास वोट पर कांग्रेस की गिद्ध दृष्टि
उमंग सिंघार के आगमन ने किया राजनैतिक अटकलों की पुष्टि
सिवनी से आगा खान की रिपोर्ट
– छोटे कद किंतु बड़ी राजनैतिक सोच के धनी केवलारी विधायक रजनीश हरवंश सिंह ने लगता है सिवनी जिले सहित महाकौशल क्षेत्र में कांग्रेस का सिरदर्द हमेशा के लिए खत्म करने का पुख्ता इंतेज़ाम कर लिया है।
ऐसा प्रतीत होता हैं कि उन्होंने अपने हाइकमान को यह बात अच्छी तरह से समझाने में सफलता हासिल कर ली है कि महाकौशल में कांग्रेस की कमजोरी का सबसे बड़ा कारण गोंडवाना के नाम पर कांग्रेस से छिटका आदिवासी वोट ही है, जिसका परिणाम यह हुआ कि हाइकमान महाकौशल में पांच जिलाध्यक्ष आदिवासी वर्ग से बनाने को तैयार हो गया जो पहली बार हुआ है।

अब मिल रही जानकारी के अनुसार प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार नवनियुक्त आदिवासी जिला कांग्रेस अध्यक्ष नरेश मरावी के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने स्वयं प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर सिवनी आ रहे हैं उल्लेखनीय है कि सिवनी जिले में आठ में से पांच ब्लॉक आदिवासी वर्ग के लिए अधिसूचित हैं उसके बावजूद दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों में से किसी ने भी अभी तक उस वर्ग के व्यक्ति को जिलाध्यक्ष नहीं बनाया था पहली बार रजनीश सिंह की पहल पर कांग्रेस को आदिवासी अध्यक्ष मिला है जिसके पदभार ग्रहण में उसी वर्ग के नेता प्रतिपक्ष का आगमन होना इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस ने जिले में आदिवासी मतों की महत्ता को स्वीकार कर लिया है और अब उस पर कार्य करने की रणनीति पर अमल करना भी प्रारम्भ कर चुकी है। भाजपा इस मामले पिछड़ गई हालांकि अत्यंत विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस बार भाजपा आदिवासी अध्यक्ष बनाने के बिल्कुल निकट पहुंच चुकी थी किंतु एक दिग्गज आदिवासी नेता के हस्तक्षेप से भाजपा वह मौका चूक गई जिसे कांग्रेस ने लपक लिया निश्चित रूप से इस रणनीति का लाभ भविष्य में कांग्रेस को प्राप्त होगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता और स्वाभाविक रूप से उसका नुकसान भाजपा को उठाना पड़ सकता है।
