सिवनी में ‘मिलावट से मुक्ति अभियान’ के तहत 1 लाख 15 हजार की मिथ्या छाप दाल जप्त
सिवनी
प्रदेश सरकार के ‘मिलावट से मुक्ति अभियान’ के तहत खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर संस्कृति जैन के निर्देशन में जिले में नागरिकों को शुद्ध और गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खाद्य प्रतिष्ठानों पर औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं।

11 दिसंबर 2024 को विभाग ने गंज वार्ड स्थित एमडीएम ट्रेडर्स मनोरमा दाल मिल से मिथ्या छाप पारस मणि ब्रांड की 1106 किग्रा तुअर दाल जप्त की, जिसकी अनुमानित कीमत 1 लाख 15 हजार रुपए है। यह कार्रवाई संदिग्ध गुणवत्ता और ब्रांड की अनियमितताओं के आधार पर की गई।
रेस्टोरेंट्स और मिलों में लिए गए नमूने:
श्रीमाया रेस्टोरेंट से सोयाबीन तेल का नमूना लिया गया।
श्री श्याम जी राइस मिल, सिद्धिविनायक राइस मिल और लक्ष्मी नारायण राइस मिल से चावल के नमूने लिए गए और सुधार सूचना पत्र जारी किया गया।
12 दिसंबर को प्रियंका राइस मिल नवेगांव, नर्मदा राइस मिल, और फजल राइस मिल का निरीक्षण कर सुधार सूचना पत्र जारी किया गया।
किराना स्टोर्स और अन्य प्रतिष्ठानों में जांच:
ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्रवाई करते हुए खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए।
भारत किराना स्टोर्स कैथी से मसूर दाल, उड़द दाल, और शक्कर।
ताहिर किराना स्टोर्स अरी से लखोड़ी दाल, चना दाल।
रूद्र किराना स्टोर्स सुनवारा से किसमिस, पोहा और काबुली चना।
किशोरी किराना स्टोर्स से मूंगफली, मोटा पोहा और छिलका मूंग दाल।
कैलाश होटल सुनवारा से खोवे का नमूना
सभी नमूने गुणवत्ता जांच हेतु प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। इन कार्रवाइयों के माध्यम से प्रशासन मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है और जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है।
जिले में जारी रहेगा अभियान
कलेक्टर संस्कृति जैन ने स्पष्ट किया कि मिलावट के खिलाफ इस तरह की जांच और कार्रवाई नियमित रूप से जारी रहेगी। नागरिकों से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ या मिलावट की शिकायत तत्काल प्रशासन को दें।
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(यह खबर जिले के नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है।)