वर्षों से तहसील में जमे पटवारी और कर्मचारी, प्रशासन की अनदेखी पर सवाल

सिवनी

तहसील कार्यालयों में वर्षों से जमे पटवारी और अन्य कर्मचारी स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। एक ओर जहां सरकार और प्रशासनिक नियमों के तहत नियमित स्थानांतरण और पदस्थापना की आवश्यकता होती है, वहीं दूसरी ओर तहसील कार्यालयों में कई कर्मचारी और पटवारी दशकों से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इन कर्मचारियों की लंबे समय तक एक ही जगह तैनाती से पारदर्शिता और निष्पक्षता प्रभावित हो रही है। उनका आरोप है कि यह स्थिति भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है, क्योंकि इन कर्मचारियों का स्थानीय राजनीतिक और व्यक्तिगत प्रभाव बढ़ जाता है।

शिकायतों की भरमार, लेकिन कार्रवाई नहीं

प्रशासन से नगर व ग्रामीणों की जनता ने  इन कर्मचारियों की कई प्रकार अलग-अलग शिकायते कर चुकी है, लेकिन उनकी शिकायतों को अनदेखा किया जा रहा है। वहीं, कुछ जानकारों का मानना है कि राजनीतिक दबाव और व्यक्तिगत संपर्क के चलते ये कर्मचारी लंबे समय तक अपने पदों पर बने रहते हैं।

सरकार और प्रशासन के प्रति आक्रोश

स्थानीय नागरिकों ने इस मुद्दे को लेकर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि सरकार द्वारा स्थानांतरण नीति का पालन न करना खुद प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।

मांग उठी: नियमित स्थानांतरण और पारदर्शिता

विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि तहसील कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों और पटवारियों का नियमित स्थानांतरण किया जाए, ताकि प्रशासनिक प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।

प्रशासन ने इस मुद्दे पर ध्यान नही देना एक गंभीर समस्या को जन्म देना है ,स्थानीय लोग इस मामले को लेकर जल्द समाधान की उम्मीद कर रहे हैं ।।

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