जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक की ईमानदार छवि को दागदार करते भ्रष्ट पुलिसकर्मी । कुछ ही समय में तीसरा यह मामला देखने को आया है..

भ्रष्ट पुलिसकर्मी के कारण देश की आन बान शान कहलाने वाली वर्दी पर दाग लग रहा है कुछ ही समय पहले अपने आप को रावड़ी समझने वाले पलारी चौकी के प्रभारी हेमंत बाबरिया का मामला सामने आया था उसके दो-चार दिन ही बात लखनादौन पुलिस का प्रधान आरक्षक जगदीश घोड़ेश्वर का रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ था और जिले के कप्तान ने उन्हें निलंबन की कार्यवाही की थी और अब थाना धनोरा का वीडियो वायरल हो रहा है जहां महिला से नाबालिक बच्चों को छुड़ाने के लिए 4000 रुपए लेने के बाद भी एक बच्चे को छोड़कर दूसरे बच्चे पर मामला भी बना दिया है ऐसे भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की सेवा समाप्ति कर देना चाहिए ताकि देश की आन बान और शान हमेशा बनी रहे और जनता को न्याय दिलाने वाली पुलिस से भरोसा खत्म ना हो ।।

क्या है पूरा मामला

धनोरा थाना क्षेत्र के भासुडा पिपरिया निवासी नेमती विश्वकर्मा का वीडियो वायरल हुआ है । वीडियो पर बताया जा रहा है कि हम उपरोक्त क्षेत्र के रहने वाले हैं और हमारे घर मेहमान आए हुए थे जिनके लिए शराब लेने के लिए बच्चों को भेजे थे वह बच्चे डेढ़ लीटर शराब लेकर घर आ रहे थे तभी अकाश और रोहित नामक पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और थाने ले आए । जब नेमती विश्वकर्मा थाने पहुंची तो वहां पर मौजूद आरक्षक अकाश शरणागत और ए एस आई एन पी ठाकुर जिन्होंने गाड़ी के कागज मंगवाए । नेमती विश्वकर्मा के द्वारा गाड़ी के कागजात देने के बाद नेमती विश्वकर्मा को अपमानजनक तरीके से बात करते हुए । एक बच्चे को छोड़ने की और दूसरे के लिए मामला दर्ज करने की बात की और चमकाते हुए पढ़ने वाले बच्चे हैं भविष्य खराब हो जाएगा 10000 रुपए की मांग किये । नेमती विश्वकर्मा ने कहा कि साहब मेरे पास तो सिर्फ 1000 रुपए है तो उन्होंने बात नहीं मानी और सौदा 4000 रुपए में तय हुआ । सौदा तय होने के बाद 4000 रुपए अकाश शरणागत को देने की बात कहीं थी । नेमती विश्वकर्मा और उनकी महिला साथी ने कबूल की है इसके बाद 1 बच्चे को छोड़ दिया गया और दूसरे बच्चे पर मामला बना दिया गया है यह सब वायरल वीडियो में दिख रहा है इस वायरल वीडियो की पुष्टि itvmedia.in नहीं करता है ।।

मामला बना तो भविष्य खराब होगा

सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है जिसे धनोरा थाने का बताया जा रहा है इस वीडियो में धनोरा थाने को लेकर आरक्षक और एएसआई का वीडियो बताया जा रहा है इस वीडियो में देखा जा सकता है। कि आरक्षक आकाश शरणागत और एएसआई ठाकुर नीमती विश्वकर्मा से पैसे के लेन-देन की बात कर रहे हैं । और मामला बना देने की बात भी कर रहे हैं जिसमें नेमती विश्वकर्मा हाथ जोड़ते हुए नजर आ रही है । पुलिस के द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि अगर मामला बना दिया गया तो नौकरी नहीं लगेगी इसलिए एक पर मामला बना रहे हैं, 1 बच्चों को छोड़कर साथ में गाड़ी भी छोड़ रहे हैं और बात नहीं मानी तो दोनों पर मामला बनेगा यहां कोई मोल भाव नहीं चलता जिस तरह से यह दोनों पुलिसकर्मी बेखौफ होकर महिला से पैसे की मांग कर रहे हैं और नौकरी और भविष्य खराब हो जाने का झांसा देख कर वसूली के लिए आमदा दिख रहे हैं।।

ऐसे पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए यह पुलिसकर्मी अपने का दुरुपयोग करके गलत तरीके से पैसा कमाना चाहते हैं । और पुलिस और जनता के बीच के विश्वास को तोड़ने का काम करते हैं भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की वजह से इमानदार पुलिस कर्मियों की छवि खराब होती है । और समाज उनको उन्हीं नजरों से देखता है जिस नजर से ऐसे भ्रष्ट पुलिसकर्मी जाने जाते हैं

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