सांसद भारती पारधी के आदेश पर छोड़ा गया था भीमगढ़ बांध से पानी
जल संसाधन विभाग की भूमिका पर उठ रहे हैं सवाल
किसानों को पानी देने के लिए सांसद ने दिए थे आदेश

सिवनी
जिले के नगरीय क्षेत्र में पानी की स्थिति गंभीर रूप ले ली है नगर में जनता को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है नगर की जनता में रोष है ।
जानकारी के अनुसार सांसद के आदेश पर भीमगढ़ बांध से 1000 क्यूसेक पानी डूंडी डैम छोड़ा गया था यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है किसानों को राहत देने के लिए पानी छोड़ा गया लेकिन अब पानी देने के इस निर्णय की प्रक्रिया पर प्रश्न चिन्ह लग गए है ।
जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग को सांसद भारती पारधी ने आदेश दिया था की आवश्यकता के अनुसार किसानों को पानी दिया जाए। जल संसाधन विभाग के कार्य पालन यंत्री अशोक डहेरिया ने पानी की गंभीरता को ना समझते हुए 1000 क्यूसेक पानी डूंडी डैम के लिए छोड़ दिया जहाँ से नहरों के द्वारा पानी बालाघाट के किसानों को तो पानी मिल गया पर सिवनी की जनता के पीने के पानी के लाले पड़ गए। नगर की जनता के पीने के पानी के हक पर विभाग ने डाका डाल दिया । चारों तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है।
स्थानिय किसानों और नागरिकों ने आईटीवी मीडिया को बताया कि बिना जांच करें बिना पूरी प्रक्रिया और पर्यावरणीय आकलन करे ही बांध से इतना पानी छोड़ देना एक गैर जिम्मेदना फैसला है जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री अशोक डहेरिया द्वारा गैर जिम्मेदना फैसला लिया गया है । आने वाले भविष्य में गंभीर जल संकट का रूप लेगा जिसकी जिम्मेदारी कौन लेगा..?
जनता की मांग के अनुसार एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया जाए साथ ही सांसद और अशोक डेहरिया की भूमिका की निष्पक्ष जांच हो, आगे भविष्य में भी जल प्रबंधन को लेकर स्पष्ट दिशा निर्देश तय हो।।