सिवनी
पुलिस की कम गश्ती व सायरन की कम आती आवाज व पुलिस की कम होती चहलकदमी के कारण बढ़ती दारूखोरी, नशाखोरी की लत के कारण सिवनी शहरी क्षेत्र में शराब दुकानों के आसपास के इलाकों में शराबियों का हुड़दंग, खुलेआम गालीगलौच, गुण्डागर्दी से शाम ढलने के बाद ही दहशतगर्दी का आलम व्याप्त हो जाता है और डर व मय के साये में शहरबासी के साथ साथ शराब दुकानों के आसपास व कुछ ही दूरी पर स्थित व्यापार व्यवसाय करने वाले व राहगीर अपने आप को असुरक्षित महसूस करते है। दारूखोरों को कानून का भय वैसे भी सिवनी शहर में समाप्त हो गया है, दारुखोर टोली बनाकर झुंड में एकत्र होकर गरियाते हुये खुलेआम दहशतगर्दी फैलाते है। ऐसे दारूखोरों व शराबखोरी का शिकार हुआ दलित अनुसूचित जाति वर्ग का परिवार जो उत्वच शिक्षित तो है लेकिन घर परिवार का गुजर बसर करने के लिये फुटपाथ पर कपड़े व कर्बल बेचकर रोजी रोटी कमाने वालों पर कोतवाली पुलिस थाना सिवनी क्षेत्र में आंबेडकर प्रतिमा के सामने और अंग्रेजी शराब के दुकान के लगभग 500 मीटर की दूरी पर शराबी युवाओं की टोली में लगभग 10 से 12 लोग शामिल लोगों ने लोहे की राड, डण्डे से ताबड़तोड़ हमला किया जिससे अनुसूचित जाति वर्ग के दोनों भाईयों की बेरहमी से पिटाई के कारण एक के सिर पर 10 टांके लगने के साथ गंभीर चोट के साथ साथ पूरे शरीर पर गंभीर चोटें आई है। वहीं दूसरे भाई के हाथ तोड़ दिया गया है और उसे भी पूरे शरीर पर गंभीर चोटें आई है।
ओमनी मारूती वाहन में भी की गई तोडफोड़ लगभग 2 लाख का पहुंचाया नुकसान
दलित परिवार के दो भाई जो कि व्यापार करते है उनकी दो मारूती ओमनी वाहन को तोडफोड कर डाला गया है। दलित परिवार अनुसूचित जाति परिवार के सदस्यों को शारीरिक प्रताडना के साथ साथ वाहनों में तोडफोडकर अन्याय, अत्याचार करते हुये लगभग 2 लाख रूपये का नुकसान पहुंचाया गया है। ये तो वर्तमान में आर्थिक व शारीरिक नुकसान है लेकिन शारीरिक चोट व दहशतगर्दी के कारण व वाहनों में की गई तोडाफोड़ के कारण आगामी लगभग 2 माह तक वे व्यापार व्यवसाय कर रोजी रोटी नहीं कमा पायेंगे जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी होगा और उनके परिवार का पालन पोषण की समस्या भी आयेगी जिसकी भरपाई कौन करेगा। हालांकि अनुसूचित जाति परिषद के सदस्यों व अनुसूचित जाति वर्ग के साथ साथ अन्य वर्ग के लोगों ने भी इस संबंध में 11 फरवरी 2025 को पुलिस अधीक्षक सिवनी को ज्ञापन सौंपने के साथ साथ कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी श्री सतीश तिवारी से भी भेंटवार्ता करते हुये कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग किया गया है। गंभीर घटना पर कोतवाली थाना प्रभारी को मिली 11 को विस्तृत मिली जानकारी सबसे अहम सवाल तो यह है कि कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र सिवनी में 9 फरवरी 2025 की रात्रि में दलित परिवार के साथ घटी गंभीर घटना की विस्तृत जानकारी 11 फरवरी 2025 की रात्रि में कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी सतीश तिवारी को मिली, तब उन्होंने इस संबंध में कोतवाली थाना के स्टाफ से संपूर्ण विवरण की जानकारी लिया।
ऐसी घटनाओं पर कोतवाली पुलिस थाना के मुखिया ही यदि अंजान हो तो आगे की घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है। दलित परिवार के सदस्यों पर दहशतगर्दी फैलाने वालों में 11 फरवरी की रात्रि तक एकमात्र ही कोतवाली पुलिस की गिरफत में आया है बाकी का नाम पुलिस अभी पूछ ही रही है। ऐसे गंभीर मामलों में पुलिस को गंभीर होने की आवश्यकता है तभी कानून व पुलिस का खौफ गुण्डागर्दी करने वालों पर बना रहेगा। अन्यथा कभी भी ऐसी घटनायें बड़ा रूप ले सकती है।
कोतवाली पुलिस थाना में अनुसूचित जाति परिवार के सदस्य के साथ हुये अन्याय, अत्याचार, प्रताडना के मामले में एससी, एसटी एक्ट के तहत कार्यवाही नहीं हो पाई है लेकिन अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं कोतवाली पुलिस उक्त मामले में कड़ी कार्यवाही के लिये अब प्रयास कर रही है। वहीं पीड़ित परिवारजनों व अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्यों का कहना है कि इस मामले में एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्यवाही की जानी चाहिये जो कि फिलहाल कोतवाली पुलिस थाना सिवनी द्वारा नहीं की गई है ।।