छिपा हुआ पर्यटन का खजाना, 

निखारने की आवश्यकता है,

एकजुटता और जागरूकता से सिवनी का भविष्य उज्ज्वल

जिले में है पर्यटन की जबरदस्त सम्भावना

सिवनी

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में हर तरफ हरे-भरे जंगल, विश्वप्रसिद्ध जलाशय, और ऐतिहासिक स्थलों से समृद्ध रहा है,सिवनी पर्यटन के क्षेत्र मे बहुत पीछे छूट गया है। विश्वप्रसिद्ध मिट्टी का भीमगढ़ संजय सरोवर बांध( बेंनगंगा नदी), पायली रेस्टहाउस ( नर्वदा नदी) और आष्टा के मंदिर, अन्य खूबसूरत स्थान ट्रेकिंग के शौकीनों और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग साबित हो सकते हैं। बावजूद इसके राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर जिले के क्षेत्र के विकास की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

पर्यटन

जिले में पर्यटन किसी भी क्षेत्र के आर्थिक विकास और स्थानीय निवासियो का रोजगार के लिए अहम साधन हो सकता है। सिवनी जिले कई स्थलों को छोड़ दिया गया है यदि उन स्थानो को भी यदि पर्यटन स्थलों के तौर पर उनका सही तरीके से विकास और प्रचार-प्रसार किया जाए, तो यह न केवल क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा साथ ही क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी ।

जिले के जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। राजनीति में वोट बैंक से जुड़ा न होने के कारण इस मुद्दे पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। वही दूसरी ओर स्थानीय जनता, प्रशासन और सरकार के भरोसे बैठी रहती हैं। यही स्थिति जिले के विकास को बाधित कर रही है।

सोशल मीडिया का उपयोग

जिले के कई युवा यूट्यूब चैनल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय हैं।यदि हर युवा अपने क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की जानकारी, वीडियो, और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करे, तो सिवनी के बारे में देशभर में जागरूकता फैल सकती है। वे अपने कंटेंट में जिले के पर्यटन स्थलों को शामिल करें, तो सिवनी का प्रचार-प्रसार तेजी से हो सकता है।

जागरूकता की आवश्यकता

जब भी रिश्तेदार या मित्र सिवनी आएं, उन्हें इन स्थलों पर घुमाने जरूर लेकर जाएं। “सिवनी में कुछ नहीं है” कहने के बजाय, क्षेत्र की खूबसूरती और पर्यटन स्थलों को दिखाना चाहिए।

राजनेता,जनप्रतिनिधियों ओर प्रशासन से अपेक्षा

सिवनी को पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए जिले के कलेक्टर, विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधियों से यह उम्मीद की जाती है कि वे इस विषय पर गंभीरता से विचार करें। समय समय पर सही योजना बना कर इस दिशा में कार्य करे ताकि जिले को नये नये पर्यटन स्थल मिल सके ओर पर्यटन की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

जिले के हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह इस दिशा में सहयोग करे। यह सिर्फ प्रशासन का काम नहीं है। सिवनी का हर पर्यटन स्थल, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, अनमोल है। इसे सही तरीके से संरक्षित और प्रचारित करने की आवश्यकता है। ताकि सिवनी जिले को एक नई पहचान मिलेगी। यह जिला, जो फिलहाल उद्योगों में पिछड़ा है, पर्यटन के क्षेत्र में मिसाल बन सके ।।

“हमारी एकजुटता और जागरूकता से सिवनी का भविष्य उज्ज्वल होगा।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *