केदारपुर मंडल अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं का हल्ला बोल, पार्टी में गहराया असंतोष
केदारपुर में भाजपा के भीतर गुटबाजी और असंतोष खुलकर सामने आ गया है। लगभग चार दर्जन भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में डेरा डालते हुए मौजूदा मंडल अध्यक्ष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मंडल अध्यक्ष पद पर एक ऐसे व्यक्ति को नियुक्त किया गया है, जो पहले कांग्रेस से जुड़ा हुआ था। इस फैसले से स्थानीय कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि समर्पित और लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे लोगों को नजरअंदाज कर दिया गया, जबकि कांग्रेस पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति को प्राथमिकता दी गई।
खुले में बना रहे खाना, नहीं दी जा रही शरण
विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय के बाहर डेरा डाल रखा है। यह कार्यकर्ता खुले में खाना बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें कार्यालय के भीतर रहने की अनुमति नहीं दी गई है। इस स्थिति ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी को और बढ़ा दिया है।
निष्कासन की धमकियों का आरोप
प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं का यह भी आरोप है कि उन्हें पार्टी से निष्कासन की धमकी दी जा रही है। इससे कार्यकर्ताओं के बीच गुस्सा और बढ़ गया है। उनका कहना है कि अगर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई, तो वे पार्टी के खिलाफ बड़ा कदम उठाने को मजबूर होंगे।
भाजपा नेतृत्व पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम ने भाजपा के संगठनात्मक फैसलों और नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें पार्टी नेतृत्व से कोई समर्थन नहीं मिल रहा है।
क्या कहता है पार्टी नेतृत्व?
अब तक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बातचीत शुरू कर दी है।
निष्कर्ष
केदारपुर का यह विवाद भाजपा के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकता है। पार्टी को जल्द से जल्द इस असंतोष का समाधान निकालना होगा, नहीं तो यह मामला विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।