सिवनी में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र घोटाला, कांग्रेसी नेता ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

सिवनी

जिले में नगर के भैरोगंज अंबिका चौक में संचालित एक ऑनलाइन सेंटर पर फर्जी डिजिटल जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस सेंटर से मोटी रकम लेकर 22-02-1958, 01-01-1975 और 01-01-1981 जैसी तिथियों के फर्जी प्रमाण पत्र तैयार किए गए। इन प्रमाण पत्रों पर जिला अस्पताल के उप-रजिस्टार (जन्म-मृत्यु) के फर्जी हस्ताक्षर, मध्यप्रदेश शासन का मोनो, क्यूआर कोड और गलत पंजीकरण संख्या अंकित हैं।

अस्पताल प्रशासन ने किया खुलासा

जिला अस्पताल के उप-रजिस्टार ने इन प्रमाण पत्रों की जांच के बाद बताया कि जुलाई 2007 से पहले के किसी भी जन्म या मृत्यु का रिकॉर्ड उनके पास उपलब्ध नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अवधि के पहले के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जिला चिकित्सालय द्वारा जारी नहीं किए गए। इसके अलावा, पहले भी फर्जी प्रमाण पत्र बनाने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनकी जांच के लिए रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

गंभीर राष्ट्रीय खतरा

कांग्रेस नेता राजिक अकील ने इस फर्जीवाड़े को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि ऐसे प्रमाण पत्र राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। इनका उपयोग असामाजिक तत्व बीमा क्लेम, सरकारी योजनाओं का अवैध लाभ लेने और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों के लिए कर सकते हैं।

जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग

प्रेस विज्ञप्ति में राजिक अकील ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया है कि इस गिरोह का शीघ्र भंडाफोड़ किया जाए और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के फर्जी कार्य समाज और प्रशासनिक व्यवस्था को ठेस पहुंचाते हैं और इन्हें रोकना बेहद जरूरी है।

प्रशासन का अगला कदम
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, उम्मीद है कि जिला प्रशासन और पुलिस जल्द ही इस मामले की जांच कर दोषियों को पकड़ने के लिए सख्त कदम उठाएंगे। इससे न केवल फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों को भी रोका जा सकेगा।।

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