सिवनी
भारत सरकार के द्वारा एकलव्य आवासीय विद्यालयों को कुछ इस तरह बनाया गया है कि इस विद्यालय में आदिवासी समुदाय वर्ग के छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं।
एकलव्य आवासीय विद्यालय संपूर्ण भारत में स्थापित किए गए हैं यह विद्यालय आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपराओं के साथ छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा देते हुए देश के नवनिर्माण के लिए तैयार करने के लिए बेहद महत्वाकांक्षी योजना कहलाती है।

विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष में एकलव्य आवासीय विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी वर्ग की संस्कृति को प्रदर्शित किया जा रहा है देश में आदिवासी सामाजिक प्रथाओं की सुंदरता और उनके साझा करने की संस्कृति तथा सभी के लिए सम्मान महत्वपूर्ण है आदिवासी वर्ग में विशेषतः देखा जाता है कि विनम्रता और प्रकृति के प्रति प्रेम साथी सामाजिक और नागरिक सद्भाव के प्रति उनकी गहरी भक्ति बहुत कुछ सिखाती और प्रदर्शित करती है।
भारत मैं एकलव्य आवासीय विद्यालय जहां छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा बेहतर भोजन और भारत के विकास में कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार किया जाता है उसी क्रम में प्राकृतिक के प्रति प्रेम और आदिवासी संस्कृति को विशेष महत्व दिया जाता है इसी वजह से भारत में एकलव्य आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई है।
रिपोर्टिंग- भारद्वाज मीडिया ग्रुप सिवनी (मध्यप्रदेश)