मंडला

आदीवासी अंचल कहे जाने बाले जिला मंडला से है- जंहा के दर्जनों ग्राम के ग्रामीण पूरी गर्मी पेयजल की व्यवस्था कराने ग्राम पंचायत से लेकर जिला कार्यालय- तक चक्कर काटते रहे- किंतू पूरी गर्मी उन ग्रामों में सुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं हो सका- और बारिश शुरू होते ही जिले के कुछ ऐंसे ही आदीवासी बहुल्य गांवो में डायरिया ने अपना कब्जा जमा लिया है- और आदीवासी बहुल्य जिला मंडला में डायरिया से अब तक-7 आदिवासियों की मौत हो गई है।और डायरिया का आक्रमण अभी भी जारी है और मंडला जिले के डायरिया से ग्रसित आदीवासी बहुल्य ग्रामों में रोज डायरिया के मरीज बड रहे हैं- और डायरिया की चपेट में आए इन आदीवासी बहुल्य ग्रामों से दुर्दशा की नई नई तस्वीरें रोजाना देखने को मिल रही है- इससे यही बात स्पष्ट होती है की जिले के पी.एच.ई. विभाग के जिम्मेदार नुमाइंदों ने बरसात लगने के पूर्व इन ग्रामों सुद्ध पेयजल की व्यवस्था को लेकर जरा भी संजीदगी नहीं दिखाई जिसके नतीजे आज सामने है और आदीवासी अंचल कहे जाने बाली मंडला जिला के कई ग्रामों में सिर्फ गंदे पानी के कारण डायरिया की बीमारी फैल गई है।और अबतक इस डायरिया से जिले के लोगों ने अपना जान गंबा दिया और इतना सबकुछ होने के बाद मंडला जिला के विकास खंड घुघरी बिछिया मवई मोहगांव के बहुत से ग्रामों के लोग नाला झिरिया व कुआ का गंदा पानी पीने को विवश हैं पर इससे जिम्मेदारों को जरा भी सरोकार नहीं है। बताते चलें की मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य और पीएचई मंत्री संपतियां उईके के गृह जिले में डायरिया फैलने से हडकंप मच गया है वर्ष-2024 की बारिश की शुरुआत के साथ ही मंडला जिले में डायरिया की ऐंट्री हो गई है और मंडला जिले ग्राम ठरका- देबहारा बम्हनी के बाद अब मंडला जिले के ग्राम माधोपुर में डायरिया फैलने से हाहाकार मच गया है यहां डायरिया के प्रकोप से-3 लोगों की मौत हो गई है जबकि पचासों ग्रामीण बीमार हो गए है हलाकी उल्टी दस्त की शिकायत के बाद बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है ग्रामीण प्राथमिक रूप से पेयजल से संक्रमण फैलने का अंदेशा जता रहे हैं कुछ लोगों को अजनिया स्वास्थ्य केंद्र मे भर्ती कराया गया है जबकी कुछ लोगों का जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है- तो वहीं कुछ गंभीर रूप से घायल लोगों को जबलपुर रेफर किए जाने की जानकारी मिल रही बताते चलें की कि इसके पहले घुघरी के सरई टोला और आमा टोला गांव में डायरिया फैला था जिसमें तीन महिलाओं कीं मौत हुई थी और कई लोग डायरिया पीड़ित बताए जा रहे थे दोनों जगह डायरिया फैलने का कारण दूषित पानी बताया जा रहा है वहीं गांव में डायरिया के प्रकोप के बाद जिला प्रशासन अलर्ट है स्वास्थ्य अमला और राजस्व अमला मौके पर मौजूद है वहीं उल्टी दस्त के मरीजों की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन एक्शन में आ गया है और नल जल से सप्लाई होने वाले पानी से संक्रमण की आशंका को देखते सप्लाई बंद कर दी गई है साथ ही गामीणों के लिए वैकल्पित पीने के पानी की व्यवस्था टैंकरों से की गई है गांव में स्वास्थ्य विभाग और पीएचई की टीम के द्वारा मौके पर पहुंच कर गांव में नल योजना से सप्लाई होने वाले पानी का सैंपल लिया गया है और दवाई आदि का छिड़काव किया जा रहा है किंतू सवाल यह खडा होता है की आखिर इन ग्रामों में बारिश के पूर्व सुद्ध पानी की व्यवस्था क्यों नहीं हुआ और आज गंदे पानी के कारण कई गांव में संक्रमण फैल गया है और राष्ट्रीय मानव का दर्जा प्राप्त बैगाओं को अपना जान गंबाना पड रहा है और अबतक आदीवासी बहुल्य जिला मंडला में दूषित पानी पीने के कारण फैली डायरिया से 7 लोगों की मौत हो गई है  जिम्मेदार कौन ——————————- अभी बारिश के समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें घरों के आसपास किसी तरह से गंदगी न करें पानी उबालकर पियें- हल्का भोजन लें आप भी सुरक्षित रहें अपनों को भी सुरक्षित रखें।

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