मंडला

मण्डला जिले की नगर परिषद भुआ बिछिया में हुए करोड़ों रूपए के गबन घोटाले और भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस अब उग्र हो गई है। शुक्रवार को बिछिया नगर मुख्यालय में विधायक नारायण सिंह पट्टा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस जन एकत्रित हुए और नगर की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए नगर परिषद कार्यालय व बिछिया थाने का घेराव कर ज्ञापन सौंपा।

इस विरोध प्रदर्शन में एकत्रित हुई भीड़ बता रही थी कि नगर परिषद में हुए इस घोटाले को लेकर आम जनता में कितना आक्रोश है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बिछिया के अध्यक्ष प्रदीप गोस्वामी ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन के लिए पूरे जिले से कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्त्ता सहित बिछिया नगर के आम जन सम्मिलित हुए हैं। जनता के पैसों का गबन करने वालों के विरुद्ध यह हमारी लड़ाई की शुरुआत है। फिलहाल तो विरोध रैली निकाल कर घेराव कर ज्ञापन सौंपा गया है यदि जल्द ही ज्ञापन के बिन्दुओ के अनुसार कार्यवाही नहीं की गई तो यह प्रदर्शन आगे चलकर उग्र रूप लेगा। आज के इस प्रदर्शन में दो ज्ञापन सौंपे गए हैं

जिसमें कलेक्टर के नाम सौंपे गए ज्ञापन में 15 बिन्दुओ के तहत नगर परिषद भुआ बिछिया में विभिन्न योजनाओं व मदों के अंतर्गत बीते वर्षों में हुए भुगतान संबंधित जाँच के लिए एक टीम गठन कर निष्पक्ष पारदर्शी जाँच की मांग की गई है। नगर परिषद भुआ बिछिया अंतर्गत स्वच्छ भारत मिषन 1.0 एवं 2.0 में हुए कार्यों की जांच व खरीदी व भुगतान की जांच, प्रतिवर्ष स्वच्छता मद में प्राप्त होने वाली राषि से हुए कार्यों व की गई खरीदी व भुगतान की जांच की जाये, भण्डारण मद में प्राप्त राषि से क्रय की गई मषीनों व अन्य सामग्रियों की खरीदी व भुगतान की जांच की जाये, कर्मचारियों की भविष्य निधि, ई.पी.एफ. व एन.पी.एस. की राषि के संबंध में जांच की जाये, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत प्राप्त राषि एवं हितग्राहियों को प्रदाय राषि सहित निर्माण व भुगतान की जांच की जाये, संबल योजना अंतर्गत प्राप्त राषि व हितग्राहियों को प्रदाय राषि की सम्पूर्ण जांच, मकानों के निर्माण की अनुमति, सम्पत्ति दर्ज किया जाना, सम्पत्ति व प्लाट के नामांतरण संबंधित समस्त प्रकरणों की जांच, नगर परिषद द्वारा किये गये मजदूरी भुगतान संबंधित जांच, नगर परिषद के नियमित कर्मचारियों को प्रदाय एरियस व वेतन आहरण संबंधित जांच, बाहर से आये कर्मचारियों के एरियस का आहरण नगर परिषद बिछिया से किये जाने संबंधित जांच, कोविड काल के दौरान नगर परिषद को प्राप्त राषि से किये गये कार्य खरीदी व अन्य भुगतानों की जांच, नल-जल योजना का ठेका होने के बाद भी निकाय के द्वारा सुधार, मेंटेनेंस के नाम पर किये गये भुगतान एवं ठेके के कर्मचारियों के भुगतान निकाय से किये जाने संबंधित जांच, स्वच्छ भारत अभियान के तहत पात्र हितग्राहियों को प्रदाय की जाने वाली राषि व हितग्राहियों को प्राप्त राषि संबंधित जांच, परिषद में उपयोग किये गये वाहनों के भुगतान एवं डीजल, पेट्रोल आदी के किये गये भुगतानों की जांच, परिषद के विभिन्न बैंक खातों से अन्य व्यक्ति विषेष के खातों में भुगतान की गई राषि की जांच एवं पूर्व की जांच में दोषी गबनकर्ता कर्मचारियों द्वारा अपने खातों व फोनपे, गूगलपे आदि के माध्यम से अन्य लोगों को भेजी गई राषि की जांच की मांग की गई है।
वहीँ दूसरे ज्ञापन में पुलिस अधीक्षक से बिछिया थाने में दर्ज एफआईआर की सही व सूक्ष्म विवेचना हेतु वरिष्ठ अधिकारियो की टीम गठन कर विवेचना करवाने की मांग की गई है।

जिसमें मांग की गई है कि इस मामले में सबसे पहले की गई एफ.आई.आर. में आरोपी बनाये गये नगर परिषद के दोनों कर्मचारी 2 माह बाद भी गिरफ्तार नहीं किये गये हैं, इनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जाये,उक्त दोनों आरोपियों के बैंक खाते व फोनपे, गूगलपे सहित अन्य यू.पी.आई. पेमेंट संबंधी खातों के विवरण निकालकर इनके खाते से गबन अवधि के दौरान जिन-जिन व्यक्तियों के बैंक खाते या यू.पी.आई. खाते में भुगतान किया गया है, उन्हें भी जांच करते हुए मामले में आरोपी बनाया जाये, उक्त मामले में गिरफ्तार किये गये सी.एम.ओ. के तत्कालीन ड्राईवर की भूमिका की भी इस मामले में जांच की जाये साथ ही संबंधित के बैंक खाते, यू.पी.आई. खाते आदि की भी विवरण निकालकर जांच की जाये, परिषद के विभिन्न बैंक खातों से अन्य व्यक्ति विषेष के खातों में भुगतान की गई राषि की जांच की मांग की है।।

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