डिंडोरी
मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में वन ग्रामों की हालत बेहद खराब है।दरअसल इन ग्रामों में सड़क न होने से ग्रामीण बारिश के मौसम में नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। हम बात कर रहे शहपुरा विधानसभा की जहां पर ग्राम पंचायत पौंडी के वन ग्राम जलधरा में सड़क न होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़क न होने से गांव तक समय से एंबुलेंस नही पहुंच पाती जिससे ग्रामीण सरकारी सुविधाओं से महरूम है।
डिंडोरी जिले के शहपुरा मुख्यालय से करीब 21 किमी दूर बसा दूर सुदूर वन ग्राम जलंधरा जहां की आबादी करीब 250 है। मुख्यमार्ग से गांव तक जो पहुंच मार्ग है वह उबड़ खाबड़ है,करीब चार किमी का यह सफर बारिश के मौसम में खराब हो जाता है जिससे गांव तक एंबुलेंस पहुंच ही नहीं पति गांव में यदि कोई बीमार पड़ जाए तो उन्हे देशी जुगाड से सड़क मार्ग तक पहुंचाया जाता है तब कही जाकर एंबुलेंस की सेवा मिलती है।

ग्रामीणों ने बताया की सड़क न होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है,जब आधी रात को ITV MEDIA की टीम इस गांव की पड़ताल करने पहुंची तो ग्रामीणों ने बताया की आज बारिश नहीं हुई इस वजह से एंबुलेंस इनके गांव तक पहुंची है। अगर बारिश हो जाती तो एंबुलेंस गांव तक नही पहुंच पाती,वहीं एंबुलेंस चालक ने भी यह बात स्वीकार किया है की वाकई इस गांव में कड़ी मशक्कत के बाद वाहन पहुंच पाती है,अगर बारिश हो जाती तो शायद ही इस गांव तक एंबुलेंस पहुंचती,आज ITV MEDIA आधी रात को गांव पहुंच कर मामले की पड़ताल किया तो पता चला की एक गर्ववती महिला को एंबुलेंस का घंटो इंतजार करना पड़ा, एंबुलेंस चालक ने अपने सूझबूझ से ऊबड़ खाबड़ रास्ते का सफर तय करके जैसे तैसे गांव पहुंचा और महिला को समय से अस्पताल पहुंचाया मगर सवाल यही उठ रहा है कि आधुनिक युग में लोग किस तरह से अपना जीवन यापन कर रहे है ।।