नर्मदापुरम

जिले में स्थित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 21 दिन पहले खुले बाड़े में छोड़ी गई 2 साल की बाघिन की मौत हो गई। चूरना रेंज में मालिनी के पास जंगल में बाघिन का शव मिला उसके बाद महकमें में हड़कंप मच गया। बाघिन की मौत 2 दिन पहले होना बताई जा रही है।

   घायल बाघिन को सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के एक बाड़े में रखा गया था जिसे इलाज के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर 20 जून को बाघिन को बाड़े से सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के खुले जंगल में कॉलर आईडी लगा कर आजाद किया गया। बाघिन खुले वन क्षेत्र में शिकार कर पा रही है या नहीं इसकी मॉनिटरिंग के लिए बाघिन को उसके गले में कॉलर आईडी लगाई गई थी, कॉलर आईडी के माध्यम से बाघिन की लोकेशन प्रबंधन टीम को मिलती रहती थी, सतपुडा टाइगर रिजर्व की डिप्टी डॉटेक्टर पूजा नागले ने बताया कि इसी आधार पर प्रबंधन टीम को सिग्नल मीले जिसके बाद डॉग स्काट ने बाघिन के शव को खोजा।

पूजा नागले ( डिप्टी डायरेक्टर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम ) ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि बाघिन का किसी अन्य वन प्राणी के साथ झगड़ा हुआ जिसमें वह घायल हो गई और उसकी मौत हो गई। पीएम के बाद बाघिन का अंतिम संस्कार कर दिया गया ।।

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