सरकार ने की वादाखिलाफी ,पहले कहा डेम नही बनेगा,सरकार बनने के बाद बैतूल आकर कर दिया भूमि पूजन ग्रामीणों का आरोप ,

बैतूल
जिला मुख्यालय में हजारों की संख्या में जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे आदिवासियों ने शीतलझिरी बांध निर्माण पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया, रैली के शक्ल में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे हजारों आदिवासी कलेक्टर को ज्ञापन देने की जिद पर अड़े रहे।
मजबूरन कलेक्टर को उनका ज्ञापन लेने आना पड़ा, ज्ञापन के माध्यम से आदिवासियों ने कलेक्टर को बताया कि शीतलझिरी बांध बनने से आठ गांवों के आदिवासियों की कृषि भूमि सहित देवस्थान डूब क्षेत्र में आ जाएंगे, जिससे गरीब आदिवासियों की आजीविका पर प्रभाव पड़ेगा।
आपको बता दे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शीतलझिरी बांध नही बनाने का कहा गया था, लेकिन पिछले दिनों बैतूल के मुलताई दौरे पर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा उक्त बांध का भूमि पूजन कर दिया गया। जिसके विरोध में आठों गांव के हजारों आदिवासी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं। वहीँ कहा कि यदि डेम बनाने की जिद पर अड़ेगी सरकार तो होगा उग्र आंदोलन और चक्काजाम जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी ।
ग्रामीणों कहना है कि उन्हें डेम की आवश्यकता नही है उन्हें डेम की जगह छोटे छोटे बैराज बनाकर दिए जाएं ताकि उनकी जमीन अधिग्रहण न हो और उनको सिंचाई के लिए बैराजों का लाभ मिल पायेगा और उनके देवस्थान और जमीने डूब में जाने से बच जाएगी।।