कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश के मुखिया ने सत्य कदम उठाए हैं और निर्देशों का पालन करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी को दिए निर्देश…

मध्यप्रदेश में महाराष्ट्र से आने वाली यात्री बसों पर प्रतिबंध कल से चालू हो जाएगा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार की शाम मंत्रालय में हुई करो ना कि समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया है। कि 21 मार्च से 31 मार्च तक महाराष्ट्र से सभी यात्री बसों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया फिलहाल निजी वाहनों के आवागमन पर किसी भी तरह की रोक नहीं है।।
मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की लहर ज्यादा खतरनाक मान जा रही है तो अब मध्य प्रदेश के भी हालात महाराष्ट्र जैसे होते जा रहे हैं महाराष्ट्र में कोरोना विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया है इसी कारण महाराष्ट्र से आने वाली यात्री बसों के आवागमन पर रोक लगाई जा रही है। उन्होंने महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों के प्रशासन को इस प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। सिवनी, छिंदवाड़ा एवं बालाघाट में भी महाराष्ट्र से आने वाली यात्री बसों पर रोक लगा दी जाएगी। वही शिक्षा को लेकर आठवीं तक के स्कूलों को 1 अप्रैल से खोले जाने को लेकर फिलहाल चर्चा हुई है ।।
सीएम के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि स्कूलों के बारे में फैसला करने के लिए अलग से बैठक होनी है हालांकि मुख्यमंत्री ने गुरुवार सुबह कहा था कि आठवीं तक के स्कूलों को खोलने को लेकर पुनः विचार किया जा रहा है।।
स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बैठक में बताया कि अगले डेढ़ महीने तक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की संभावना है संक्रमण कर भी बढ़ रही है ऐसे में प्रशासन करुणा से निपटने के लिए ज्यादा शक्ति करेगा जिस घर में कोरोना से पॉजिटिव मरीज मिलेगा उस घर को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाएगा ।।