छात्रों की छात्रवृत्ति विभाग के कर्मचारियों ने अपने अधिकारियों के साथ मिलकर किया बड़ा घोटाला

मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में जिला शिक्षा विभाग में तरुण का छात्रवृत्ति घोटाला का मामला सामने आया है जहां कई छात्रों की छात्रवृत्ति विभाग ने अपने अधिकारियों के साथ मिलकर हड़प कर ली पूरे मामले का खुलासा होने के बाद आपको लैपटॉप जांच करवा कर कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हैं।।

मंदसौर जिला शिक्षा विभाग में पदस्थ अधिकारियों ने बैंक कर्मचारियों और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की मिलीभगत से जिले में एक बड़े छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम दिया है जिसमें जिले के कई छात्र जो कक्षा पांचवी से लेकर 12वीं क्लास तक पढ़ाई कर चुके हैं और उनके एडमिशन को दोबारा उस से निकली क्लास में बता कर उनके नाम से छात्रवृत्ति निकाल ली गई है।

इस घोटाले में कई ऐसे छात्रों के नाम भी हैं जिन्होंने पिछले 10 साल पहले पांचवी से लेकर 12वीं तक की क्लास पास कर चुकी है और अभी एमबीबीएस और एमबीए कर रहे हैं उन्हें पांचवी और आठवीं का छात्र बताकर छात्रवृत्ति निकाली जा रही थी साथी इस घोटाले में कुछ ऐसे शिक्षण संस्थानों को भी शामिल किया गया जो फिलहाल अस्तित्व में ही नहीं है ।।

छात्रवृत्ति घोटाले में सही तरीके से जांच हुई । तो कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आएंगे क्योंकि इतने बड़े घोटाले सिर्फ एक दो कर्मचारी मिलकर अंजाम नहीं दे सकते हैं यह तभी संभव है जब इसमें और भी बड़े लोगों का हाथ हो इस घोटाले में शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी बैंक कर्मी शिक्षा विभाग के और भी अधिकारी कटघरे में खड़े होते हुए नजर आ रहे हैं पूरे मामले में मंदसौर के कलेक्टर मनोज पुष्प मान रहे हैं कि यह एक बड़ा घोटाला है और उसकी जड़ तक जाकर जांच कर कार्यवाही करेंगे।।

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