नैनपुर में 50 बिस्तरीय आयुर्वेद चिकित्सालय खोलने हेतु मुख्यमंत्री के नाम एस डी एम को ज्ञापन
नैनपुर में 50 बिस्तरीय पूर्ण सुसज्जित आयुर्वेद चिकित्सालय खोले जाने हेतु माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम नैनपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति ने एसडीएम नैनपुर को आज दिनांक 27 अगस्त 2024 को ज्ञापन सौंपा।
चिकित्सा की सबसे पुरानी पद्धति है आयुर्वेद। सनातन धर्म में चिकित्सा की सबसे प्रामाणिक पद्धति है आयुर्वेद। आयुर्वेद अपने आप में बहुत ही वैज्ञानिक तौर पर समृद्ध मेडिकल साइंस है। आज आयुर्वेद की मान्यता वैश्विक तौर पर है। एम्स में भी आयुर्वेद से इलाज आरंभ हो गया है। आयुर्वेद में एमडी भी होता है आयुर्वेद में एम एस भी होता है। आयुर्वेद में सभी रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर होते हैं।
नैनपुर आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के साथ साथ यहाँ जड़ी बूटियाँ भी प्रकृतिक रूप से बड़ी प्रचुरता में पाई जाती हैं। नैनपुर में पूर्ण सुसज्जित आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोले जाने की बहुत जरूरत है। जब कान्हा नेशनल पार्क का नैनपुर सन्निकट पायली-धनौरा गेट खुल जाएगा तब कान्हा नेशनल पार्क दर्शन करने वाले पर्यटक पंचकर्म के लिए प्रस्तावित आयुर्वेद चिकित्सालय नैनपुर आया करेंगे। यदि नैनपुर में आयुर्वेद चिकित्सालय खुल जाता है तो यह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बहुत ही उपयोगी कदम होगा एवं क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा में वर्तमान भारी कमी दूर हो सकेगी।
नैनपुर में सरकारी अस्पताल का जो पुराना भवन है वह लगभग अनुपयोगी खाली पड़ा है। नैनपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति अनुरोध करती है कि नैनपुर में सरकारी अस्पताल का जो पुराना खाली पड़ा भवन है वहां पर अतिशीघ्र पचास बिस्तरीय आर्युवेद अस्पताल खोलने की कृपा करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री के नाम आज एस डी एम नैनपुर को ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान विमलेश सोनी, सत्येंद्र तिवारी, अधिवक्ता नाग, पार्षद नितिन ठाकुर, विनय नामदेव, राजा विश्वकर्मा, पूर्व भाजपा जिला महा मंत्री अखिलेश शुक्ला, अविनाश नामदेव, सुधीर बंदेवार, आशीष वैष्णव एवं नैनपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति के अनेकों सदस्य उपस्थित थे।।