मंडला

जिला स्तरीय स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने निर्देशित किया कि प्रत्येक व्यक्ति को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित करने की योजना तैयार करें। इन शिविरों में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उन्हें आवश्यक उपचार एवं दवाईयाँ वितरण करें। टीकाकरण से छूटे हुए बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करें। इन शिविरों में सिकलसेल एनीमिया, टीबी सहित अन्य बीमारियों की भी जाँच करें तथा दस्तक अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष के बच्चों की स्क्रीनिंग भी करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिविरों में अन्य विभागों का भी सहयोग प्राप्त करें। जिला योजना भवन में संपन्न हुई इस बैठक में सीएमएचओ डॉ. केसी सरौते, सिविल सर्जन डॉ. विजय धुर्वे सहित संबंधित उपस्थित रहे।

कलेक्टर  सोमेश मिश्रा ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में त्वरित सेवाएं आवश्यक होती हैं। चिकित्सालय में रेपिड रिस्पोंस टीम तैयार रखें जो हर समय उपचार के लिए तैयार रहे। आकस्मिक सेवाओं के संबंध में मॉकड्रिल करें। जिन स्वास्थ्य केन्द्रों में संसाधन उपलब्ध हैं वहां पर रोस्टर बनाकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराएं। रक्त की उपलब्धता के लिए रक्तदान शिविर आयोजित करें। सिकलसेल एनीमिया की जांच के लिए आगामी एक सप्ताह में योजना तैयार कर प्रस्तुत करें। श्री मिश्रा ने कहा कि सभी चिकित्सक अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए प्रत्येक जिंदगी को बचाने का प्रयास करें। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी नियंत्रण करें। सभी गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण समय पर सुनिश्चित करें। प्रथम तिमाही में ही गर्भवती महिला के दस्तावेज प्राप्त करें जिससे उन्हेंर समय पर योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करें। बंद प्रसूतिका केन्द्रों को पुनः संचालित करें। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में कलेक्टर, एसपी एवं एसडीएम के मोबाईल नंबर अंकित कराएं। कलेक्टर ने कहा कि टीकाकरण का शतप्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करें। इस संबंध में स्वास्थ्य केन्द्रों में भी जानकारी संधारित करें। उन्होंने ग्राम स्वास्थ्य रजिस्टर संधारित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने दवाईयों की उपलब्धता, सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निराकरण आदि के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए।

अनावश्यक रेफर न करें

कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर प्रत्येक मरीज को बेहतर उपचार प्रदान करें। संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। अनावश्यक रूप से रेफर न करें। आवश्यक होने पर रेफर करते समय मरीज एवं परिजनों को कारण बतलाएं। साथ ही रेफर केस को अतिरिक्त केयर के साथ भेजें।

एनआरसी में लर्निंग बेस गतिविधियाँ संचालित करें

कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने निर्देशित किया कि रोस्टर बनाकर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करें। एनआरसी में कोई भी बिस्तर खाली न रहे। एनआरसी सेंटर में लर्निंग बेस गतिविधियाँ संचालित करें। परिवारजनों की काउंसलिंग करें। श्री मिश्रा ने निर्देशित किया कि एनआरसी में बच्चों की रूचि को ध्यान में रखते हुए आकर्षक पैंटिंग करवाएं। खेलकूद की सामग्री, आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।।

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