मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी. सरोते ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु के समापन के पश्चात वर्षा ऋतु का आगमन माह जुलाई से सितंबर तक मानसून के मौसम में जिले के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ अति वर्षा में आपदा कि स्थिति उत्पन्न हुई हैं वर्षा ऋतु के दौरान फैलने वाली संक्रामक बीमारियों की रोकथाम हेतु जिला स्तर पर एवं विकासखण्ड स्तर पर काम्बेट टीम (त्वरित चिकित्सा दल) का गठन किया गया है।

यह टीम बीमारी फैलने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगी और बीमारियों की रोकथाम की त्वरित कार्यवाही करेगी। उल्टी, दस्त के प्रकरण होने पर रेक्टल स्वेब एवं स्टूल सेम्पल को मेडिकल कालेज भेजा जायेगा। काम्बेट टीम रोटेशन के आधार पर प्रभावित क्षेत्रों पर सेवायें देंगे। उन्होंने बताया कि मौसमी परिवर्तन होने से मण्डला जिले के अधिकांश ब्लाकों में उल्टी दस्त केसों में अचानक वृद्धि हो जाती है, उल्टी दस्त केसों में वृद्धि ना हो जिसके लिए समस्त ब्लाक में प्रतिदिन अपने ब्लाक के अधीनस्थ कुए/पेयजल स्त्रोंतों का क्लोरीनेशन सप्ताहिक शुद्धिकरण आशा, ए.एन.एम., एम.पी. डब्ल्यू, एवं स्वास्थ विभाग के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मंडला जिले के समस्त ब्लाकों में कुओं का शुद्धिकरण किया गया है।

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