सिवनी /खैरा पलारी

आप सभी को ज्ञात है कि क्षेत्र ,जिला ,प्रदेश एवं देश-के किसानों ने अपनी पारिवारिक जीविका चलाने हेतु अपने खेतों में मक्का की बुवाई की है किंतु प्राकृतिक आपदा के चलते अतिवृष्टि के कारण किसानों की नदी नाले के किनारे लगी फसल काफी चौपट हो गई है साथ ही अतिवृष्टि के कारण बची हुई फसलों में ग्रोथ नहीं है और जो फसले लगी हुई है उनमें भी कुछ पौधे गलगल कर गिर रहे हैं और बाकी बची हुई फसले जिनमे इस समय भुट्टे आ रहे हैं उनमें अब बंदरों का आतंक हो रहा है ।

बंदर जंगलों से पलायन कर किसानों के खेत में आकर बची हुई फसलों में अंतर भुट्टे को काट कर गिरा रहे हैं ऐसी स्थिति में किसानों की दयनीय स्थिति सबके सामने स्पष्ट है आखिर अब इस संकट की घड़ी में किसान क्या कर सकता है ?किसान किसके सामने गिड़गिड़ाएगा ?अतिवृष्टि के कारण फसल वैसे भी 40% से 50% खराब हो चुकी है बची हुई 50% फसलों में बंदरों का आतंक मचा हुआ है बंदरों से हो रहे नुकसान को लेकर क्षेत्रीय किसान ,सामाजिक कार्यकर्ता ,पत्रकार मनोज ठाकुर द्वारा वन विभाग के सक्षम जिला अधिकारी से बात की गई जहां उन्होंने कहा कि मैं अपने विभाग के आधिकारी कर्मचारियों को भेजता हूं साथ ही आप इसकी सूचना तहसीलदार को दें तत्पश्चात मनोज ठाकुर द्वारा वन विभाग के एसडीओ से बात हुई जहां एसडीओ द्वारा यह कहा गया कि आप सभी किसान खेत में रहे साथ ही रस्सी बम ले जाकर फोड़े । आप सभी जानते हैं कि प्रतिदिन बारिश के मौसम और खेत में खड़ी हुई फसल के बीच बंदरों को भगाने के लिए एवं बंदरों से फसलों को हो रहा नुकसान को बचाने के लिए किसान खेत में खड़ा रह सकता है ? क्या यह संभव है ?

मनोज ठाकुर द्वारा बताया गया कि जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को लेकर पूर्व में भी वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई थी जहां उनके द्वारा यह कहा गया था कि जंगली जानवरों को हम किसानों के खेत में आने से नहीं रोक पाएंगे साथ ही उनसे होने वाली धन की हानि के लिए शासन द्वारा मुआवजा दिया जाता है किंतु वह मुआवजा की राशि बहुत कम होती है जिस अनुपात में नुकसान होता है उस अनुपात में मुआवजा की राशि नहीं मिल पाता है ऐसी स्थिति में आप क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि विधायक, सांसदों से चर्चा करें कि जंगली जानवरों से होने वाले किसानों के नुकसानों को लेकर विधानसभा सदन एवं लोकसभा सदन में कठोर विधेयक पारित करें जिससे कि उस विधेयक के अनुसार किसानों की होने वाली क्षति पूर्ति की भरपाई शासन द्वारा की जा सके इस संदर्भ में मनोज ठाकुर की बात केवलारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक ठाकुर रजनीश से हुई जहां ठाकुर रजनीश द्वारा कहा गया कि जंगली जानवरों से होने वाले किसानों के नुकसान को लेकर में अवश्य ही विधानसभा में अपनी बात रखूंगा विधेयक में संशोधन करने हेतु आवाज उठाऊंगा ।

मनोज ठाकुर द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से शासन प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि जंगली जानवरों से होने वाले किसानों के नुकसान को लेकर गंभीर हो साथ ही बंदरों एवं सूअरों से हो रही किसानों की फसल बंटाढार से फसलों के बचाव हेतु उचित कदम उठाने का प्रयास करें ।।

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