रायसेन

नगर के रायसेन मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप 14 साल की म्रतक मासूम बच्ची अनिता उर्फ मनीषा आदिवासी निवासी ग्राम चिलवाहा के परिजनों ने लगाए है परिजनो का कहना है कि हमारे द्वारा बार बार बोलने पर भी बच्ची को जिला अस्पताल रेफर नही किया और न ही बच्ची से किसी को मिलने दिया और ना ही उसको कुछ खाने को दिया अगर अस्पताल बाले उसको समय पर रेफर कर देते तो बच सकती थी हमारी बच्ची की जान।

नगर के रायसेन मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पर ग्राम पंचायत चिलवाहा निवासी भुरा आदिवासी और उसके परिवार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विगत 12 जुलाई को शाम के समय बेटी द्वारा जहरीला पदार्थ खाने के बाद उसे रायसेन मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में इलाज करने के लिए भर्ती कराया था और अस्पताल में तत्काल हक दस हजार रुपये जमा करा लिए थे लेकिन उसके बाद भी यहां अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसका ठीक से इलाज नहीं किया गया और परिजनों को उससे मिलने भी नही दिया गया और ना ही बच्चे को कुछ खाने को दिया गया इस कारण लापरवाही में हमारी बच्ची अनीता उर्फ मनीषा की जान चली गई है जबकि हमारे द्वारा बार-बार हमारी बच्ची को रायसेन जिला अस्पताल रेफर करने का निवेदन किया जा रहा था लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने हमे धोखे में रखा और कहा कि बच्ची ठीक है लेकिन बच्ची की हालत बिगड़ते ही अस्पताल प्रबंधन ने बच्ची को रायसेन जिला अस्पताल रेफर करने लगे लेकिन उसकी मौत हो गयी और जिला अस्पताल में पहुचते ही डॉक्टरों ने हमारी बच्ची को मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मां सुमन आदिवासी का कहना है कि अगर हमारी बच्ची को समय पर रायसेन जिला अस्पताल रेफर कर दिया होता तो शायद हमारी बच्ची जिंदा होती वहीं बच्ची के चाचा रूप सिंह आदिवासी का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा गंभीर लापरवाही बरती गई है जिस कारण आज हमारी बच्ची हमारे बीच नहीं है,वहीं बच्ची की चाची लीला बाई ने भी अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बच्ची से हमको मिलने भी नहीं दिया और उसके बारे में हमें बताया भी नहीं जब बच्ची की जान निकलने लगी तब अंतिम समय में उसको रेफर करने की बात कही जब हम जिला अस्पताल लेकर पहुचते हमारी बेटी ने दम तोड़ दिया था।और अस्पताल पहुचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।आपको बता दे की विगत 12 जुलाई को 14 साल की नाबालिक बच्ची अनीता उर्फ मनीषा को इलाज के लिए रायसेन के मल्टी स्पेसिलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया था और दो दिन तक इलाज के नाम पर हजारों रुपये खर्च कराने के बाद 14 जुलाई को रायसेन मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।अपने शुरू होने के समय से ही हमेशा विवादों में रहने वाले इस अस्पताल पर क्या कार्रवाई होगी यह तो समय बताएगा लेकिन रायसेन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खत्री का कहना है कि आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है परिजन की शिकायत पर जांच कर निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे।लेकिन आपको बता दें कि इस अस्पताल में मरीजों को मिलने बाली किसी प्रकार की कोई सुविधाये नहीं है उसके बाद भी ऐसे अस्पतालों को कैसे शुरू करने की अनुमति दे दी जाती है यह बड़ा सवाल है।अब देखना यह होगा कि क्या इस अस्पताल पर कार्रवाई होगी या नहीं।।

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