नैनपुर

सूबे की सरकार में कैबिनेट मंत्री समपतिया उइके मंडला की,खुद सुलझी हुई मंडला कलेक्टर सलोनी सिडाना डॉक्टर,सिविल अस्पताल नैनपुर में 2 एंबुलेंस खड़ी है चालू हालत में,नागरिक मंच की पहल की निशुल्क शव को सम्मान जनक घर तक भेजा जायेगा

मुख्य मंत्री की मानवीय संवेदनाओं की पहल की शव को घर तक पहुंचाया जायेगा उसके लिए अलग से बजट दिया गया,उसके बाद भी यदि 15 दिन पहले एक निधानी में भीख मांगने वाले का शव मिला उसके शिनाख्त हुई शव के परिजन से सरकारी डॉक्टर की निजी एंबुलेंस ने पैसा वसूला दुगना और शव घर भेजा गया,इस में पूरे सिस्टम की मिली भगत है आप हमारी ढको हम आपकी ढके। आज भी दो जून की रोटी कमाने आय सेवा राम पटेल 30 साल मूल निवासी बीजासेन थाना घंसोर जो दो नाबालिक बच्चो और पत्नि के साथ ग्राम जामगांव में 3 माह से रह रहा था अचानक सीने में दर्द की शिकायत से सिविल अस्पताल उसका नबालिक बच्चा लेकर आया इलाज के दौरान खत्म हो गया।।नागरिक मंच को खबर मिलने पर जामगांव तक नि शुल्क गाड़ी भेजने की व्यवस्था कराई गई पर परिजन उसे घर बीजा सेन थाना क्षेत्र घंसौर ले जाना चाहते थे तो फिर दलाल एक्टिव हुए और महज 50 किलो मीटर के 4000 वसूले गए।

बड़ा सवाल यह है क्या मुख्य मंत्री की बड़ी बड़ी बातें धरातल पर है कहा

पूरे सिविल अस्पताल नैनपुर को दलाली और कमीशन खोरी का अड्डा बना लिया हैनगर से दूर क्या सिविल अस्पताल गया दलाल डॉक्टर की लाटरी खुल गई। एक वाहन चालक जो खुद 50 किलो मीटर अपने पत्नि मासूम बच्चों के साथ रह रहा था आज चला गया जो दूसरे की गाड़ी चलाता था।

क्या ये ही भाजपा सरकार की मानवीय संवेदनाओं मानवीय सरोकार मानवीय मूल्यों की सरकार जो मंच में ही अच्छी लगती है। सवाल सरकार पर भी उठा और सरकार के प्रति निधि पर भी और सरकार के अंग के रूप में काम करने वाले जिला प्रशासन स्थानीय प्रशासन पर भी।

सवाल भले ही चुभ जाए पर एक गरीब का शव दो गाड़ी होने के बाद भी वो सफेद हाथी के रूप में सिविल अस्पताल नैनपुर की शोभा बढ़ाये और समाज के अंतिम पंक्ति के दीन दयाल गरीब वर्ग जाते जाते भी दलाली की भेंट चढ़ जाए तो सवाल तो उठेंगे ही और हम कलम नवीस उठाएंगे भी

आज के पूरे घटना क्रम की जानकारी की शिकायत मुख्य मंत्री सहित स्वस्थ मंत्री को की गई है

इनका कहना हे

पूरे घटना क्रम को जब एसडीएम नैनपुर की जानकारी में लाया गया तो आपका कहना था की 2 एंबुलेंस सिविल अस्पताल नैनपुर में होने के बाद निजी एंबुलेंस जाए गलत बात है इस पर बीएमओ से जवाब मांगा जायेगा ।।

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