
सिवनी
समाचार पत्रों में आये दिन रेत माफियाओं के अवैध उत्खन्न की खबरों शिकायत के बाबजूद कोरोना काल के समय तो चांदी ही चांदी है जिले में बैठे खनिज विभाग के अधिकारी जान ते हुए शोभा की सुपारी बने मोटी तनख्वाह पाकर शासन के राजस्व पर चुना लगाए जा रहे है।
उक्त आरोप आम आदमी पार्टी केवलारी की ओर से जारी शिकायत पत्र के हवाले से केवलारी विधानसभा के कार्यकारी मीडिया प्रभारी राकेश डेहरिया ने जारी अपनी प्रेस विज्ञाप्ति में लगाये है और खनिज विभाग सहित जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को कार्यवाही करने की चेतावनी के साथ ही पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलवाने की बात कही है यदि ऐसा नही होता है तो आम आदमी पार्टी उक्त मामले में उग्र रूप से लड़ाई के लिए तैयार है।

मामला उगली के दुटेरा चिखली के बीच से बहने वाला बरगुर नाला में चल रहे अवैध उत्खनन का है जिससे नाले से लगे किसान शिवकुमार यादव,पार्वता बाई क्षीरसागर, सोहन उइके,रतन पन्द्रे,बैशाखू मरार,चैनलाल क्षीरसागर डीहन लाल क्षीरसागर व अन्य किसानों के द्वारा लगातार खनिज विभाग को शिकायत के बाबजूद शिकायतों पर कार्यवाही करने की बजाय लम्बे समय से कुंडली मार के बैठा है ।
कोरोना काल मे पुनः ग्रामीण किसानों ने 7 मई को भी शिकायत दी है शिकायत कर्ताओ में आप के केवलारी सह प्रभारी जुगराज क्षीरसागर ने बताया कि उक्त स्थान का कोई उत्खन्न का ठेका नही होता है कुछ रंगदार रंगबाजी से जबरदस्ती रेत निकाल ले जा रहे है अतः अब किसानों ने इन्हें अपने खेतों को बचाने मिलकर खदेड़ने की रणनीति बनाई है खनिज विभाग सिवनी थाना प्रभारी उंगली जिला प्रशासन को लिखित सूचना किसानों के हस्ताक्षर मय आवेदन व आम आदमी पार्टी की ओर से उत्खनन प्रतिबंधित करवाने की मांग समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित करवाई जा रही है।

भविष्य में उक्त कार्य पर कोई अप्रिय घटना यदि किसी किसान के खेत को बचाने उसके आवेश में आ जाने से घटित होती है तो जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी होंगे।उक्त किसान परेशान है किसानों को प्रतिबर्ष दसों हजार की मिट्टी बंधान का कार्य करवाकर अपनी फसल बचानी होती है ऊपर से उक्त स्थान में अवैध उत्खन्न धड़ल्ले से हो रहा है।।