फुट फुट कर रो पड़े भाजपा के कद्दावर नेता प्रमोद राय

सिवनी

देश भर में किसानों को जगाने संगठित किये जाने व जागरूक नागरिक का कर्तव्य बोध कराने के उद्देश्य से किसानों के आंदोलन के वर्तमान चरण में देशव्यापी मिट्टी सत्याग्रह यात्रा निकाली गई है।।
उक्त जानकारी किसान आंदोलन के मीडिया सहप्रभारी मोनू राय ने जारी अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 12 मार्च से यह देश व्यापी यात्रा में 16 राज्यों की मिट्टी दिल्ली पहुँच चुकी है। मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले से नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता सुश्री मेघा पाटेकर व किसान संघर्ष समिति की प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता आराधना भार्गव के नेतृव में यह यात्रा 6 अपैल को दिल्ली वार्डर पहुँचेगी ।।

सिवनी जिले में यह यात्रा रामकुमार सनोडिया के नेतृव में 100 से अधिक गाँव की मिट्टी के साथ सिवनी जिले के किसानों की लड़ाई में पुलिस की गोली से शहीद राजेश राय ,अंग्रेजी हुकूमत के दौरान जंगल सत्याग्रह में शहीद रेनो भाई खम्बा, मुड्डो बाई खामरीठ , देवो बाई भिलमा, श्रीयुत बिरझु भोई मुरझोड़, की कर्मस्थली के साथ अमर शहीद बिस्सामुंडा के स्तम्भ खवासा,व करई,मोहगांव कलबोडी गोपालगंज व आसपास के कईयों गाँव पहुँची जहां से मिट्टी एकत्र कर दिल्ली के लिए 04 अप्रैल को बाबा साहब आंदोलन स्थल से 03 बजे रवाना होगी। मिट्टी सत्याग्रह यात्रा में प्रमुख रूप से अधिवक्ता अहमद सईद कुरैशी,समाजसेवी भैया सरकार,रघुवीर सिंह अहिरवार,डॉ एस के देशभरतार,राजेश सौलंकी राजेश पटेल,रविन्द्र बघेल,संदीप नागेश,शेरसिंह सनोडिया,जुगराज सिंह क्षीरसागर मो.सलाम कुरैशी किसान नेता हुकुम सनोडिया,रजीत बघेल, व अन्य प्रमुख रूप से शामिल रहे। उल्लेखनीय हो कि किसान आंदोलन में शहीद 318 से अधिक किसानों का दिल्ली की वार्डर में आंदोलन कारी किसानों द्वारा स्मारक बनाया जाना है जिसके लिए देश भर के गाँवो एवं शहीदों की कर्म स्थली से मिट्टी इकट्ठा कर दिल्ली वार्डर भेजी जा रही है। आज इसी कार्यक्रम में जब यात्रा किसानों की लड़ाई में शाहिद राजेश राय की कर्मस्थली उनके खेत चन्दनवाड़ा पहुँची तो उनके भाई भाजपा के कद्दावर नेता प्रमोद राय अपने भाई के बिछड़ने का दर्द में करुणामय आंसू रोक नही पाए वे फुट फुटकर रोने लगे। चन्दनवाड़ा में मिट्टी संग्रह उपरांत यात्रा पलारी उनके प्रस्तावित स्तंभ अपूर्ण निर्माण स्थल पहुँची जो आज 21 साल में प्रवेश के बाबजूद पूर्ण नही हुआ है।।

जागरूक भाजपा नेता मुन्ना भैया भी अपना क्रोध नही रोक पाए जिस राजेश राय के बलिदान के गुस्से से आमजन ने तात्कालिक काँग्रेस सरकार बदल कर रख दी आज 17 साल के शासन के बाद भाजपा की प्रदेश व केंद्र सरकार ने शहीद का दर्जा तो छोड़िए शहीद राजेश राय की याद में एक स्तंभ का कार्य तक पूरा नही करवा सकी है।प्रदेश के मुख्यमंत्री के घोषणा के बाबजूद कार्य अधूरा पड़ा हुआ है प्रदेश व केंद्र की सरकार को शहीदों के प्रति असंवेदनशील बताया ।
वही आंदोलन के साथी अधिवक्ता अहमद सईद कुरैशी ने भारतीय संविधान में नागरिकों के कर्तव्य के प्रति आमजन को जिम्मेदार ठहराते हुए जागरूक करने के उद्देश्य से आमजन से सहयोग माँगा। और कहां की कोई भी सरकार पूर्ण बहुमत मिल जाने पर तानाशाह नही बन सकती। हमारे संविधान के नीति निर्देशक तत्व सरकारें कैसे कानून बनाएगी उसका निर्धारण करते है।आगे कहां की भारत मे 65%लोग खेती पर आधारित है पढ़े लिखे बच्चों को सरकार रोजगार नही दे सक रही है। तो ये लोग क्या काम करेंगे ये सरकार बताए अमेरिका का उदाहरण हमारे सामने है। काले कानून के कारण ही देश की किसान जनता खेती से वंचित बेदखल हो चुकी है। मात्र 1%पूँजी पतियों के पास ही सम्पूर्ण जमीन हो गई है प्रति 475 एकड़ जमीन का एक पूँजी पति मालिक हो गया है। 10%लोग बेरोजगार हो गए है 12%लोगों के पास रहने को अपना मकान नहीं है ।सरकार सब जानती है फिर हिटलर शाही से उलजुलूल कानून बना रही है।
कुरैशी ने आमजन को कहा कि संविधान के अनुच्छेद 15 क में भारत के लोगों के देश के प्रति कर्तव्य भी उल्लेख किये गए है जिस पर जनता को जानकारी नही है और जनता ने भारी भूल की है ।वोट डालने के बाद उसे अपने कर्तव्यों की जानकारी ना होने से ही सरकारें हिटलर शाही की तरह कार्य कर रही है ।।

राजेश पटेल ने बताया कि इंदिरा जी ने जब सीलिंग एक्ट लाकर बड़े किसानों की भूमि छीनकर गरीबों को दी तब कोई भी किसान आंदोलित नही हुआ।क्योंकि वहाँ देश के नागरिकों का जनकल्याण जुड़ा हुआ था। आज चंद लोगों के पास देश की 85%पूंजी है और सरकार कांट्रेक्ट फार्मिंग के माध्यम से किसानों से भूमि छीनकर षड्यंत्र के साथ इन्हें देना चाहती है यह किसान आंदोलन किसान के खेत की मिट्टी खेत व खलिहान को पूँजी पतियों की गुलामी से बचाने का जनांदोलन बन गया है। दिल्ली वार्डर में पूरी देश की मिट्टी के साथ सिवनी जिले की पावन मिट्टी समायोजित करने के बाद हमारे साथी समायोजित मिट्टी लेकर वापस लौटेंगे जिसे हम जिले के गाँव गाँव घर घर पहुँचा कर किसानों में जागृति लाएंगे संगठित करेंगे लड़ाई निरन्तर लड़ेंगे जब तक सरकार ये तीनों काले कानून वापस नही ले लेती व न्यूनतम समर्थन मूल्य गेरेंटी कानून देश के किसानों के हित मे नही बना देती ।।

पलारी चौराहे के साथ साथ आज यात्रा भोमा कान्हीवाड़ा हिनोतिया होते हुए चन्दनवाड़ा पलारी से मानेगांव तिग्गड़ा पहुँची जहाँ आपके जगदीश ठाकुर ने 1 दर्जन से अधिक गांव की एकत्र की हुई मिट्टी यात्रियों को सौपी ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *