सिवनी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 24 मार्च 2020 को बिना विचार किये अचानक पूरे देश में लाॅकडाउन की घोषणा की, उनकी इस घोषणा से ऐसा प्रतीत होता है कि वह देश की परिस्थितयों से परिचित नहीं है ।।

जिला असंगठित कामगार कांग्रेस के अध्यक्ष नितिन शुक्ला ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि भारत देश में करोड़ो प्रवासी मजदूर अपने परिवार छोड़कर रोजी रोटी के लिए सैंकड़ो किलोमीटर दूर काम करने जाते है बीमारों के ईलाज के लिये लोग अन्य स्थानों पर जाते है शादी विवाह, रिस्तेदारों के यहाॅ आना-जाना लोगो का बना रहता है, इन सब परिस्थितीयों से अनजान मोदी जी द्वारा आवागमन के सारे साधन बंद कर दिये, जिससें करोड़ो लोग अपने घरो तक पंहुचने के लिए भूखे-प्यासे, अनेक परेशानीयों के बिना किसी सरकारी सहायता के अपने घरों तक पंहुचे, लाॅकडाउन के कारण लगभग 1 लाख 60 हजार लोगो की मौत हो गयी।
नितिन शुक्ला ने कहा कि मोदी जी द्वारा कोरोना रोकथाम के लिये कही ताली बजाने का कही, थाली बजाने का, कही दिये जलाने का तुगलकी फरमान जारी किया गया। बडे़ प्रचार प्रसार के साथ 20 लाख करोड़ पैकेज की घोषणा की गयी, जो कि जरूरत मंदो तक कोई मद्द नहीं पंहुची, लोगो के काम धंधे बंद हो गये, रोजी रोजगार छिन गये, जमा पूंजी खत्म हो गयी, यदि सामाजिक संगठन प्रवासी मजदूरों की खाने पीने की व्यवस्था नही करते तो और भी मौते भूख-प्यास से होती। प्रदेश असंगठित कामगार कांग्रेस आज के दिन को सनकी दिवस के रूप में देख रही है। एक व्यक्ति की सनक के कारण पूरे देश ने उसका खामियाजा भुगता।