मण्डला
नैनपुर पुज्य सिंधी समाज नैनपुर द्वारा यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आव्हान पर देश में आयोजित विभाजन की विभीषिका संगोष्ठी के तहत आयोजित की गई ।

जिसमें शामिल नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णा पंजवानी नगर भाजपा अध्यक्ष दिनेश रजक पूज्य सिंधी समाज नैनपुर के अध्यक्ष प्रकाश गाजरानी समाज के वरिष्ठ जन मातृशक्ति पूर्व पार्षद आरती नारंग नगर भाजपा वरिष्ठ कार्यकर्ता पूज्य सिंधी पंचायत के सममानीय सदस्य उपस्थित रहे अपने उद्बोधन में पूज्य समाज के वरिष्ठ सदस्य दयाराम बोधनी जी ने विभाजन के वक्त की एवं उसके बाद जो आज तक सिंधी समाज एवं सिख समाज ने जिस दौर से गुजरे हैं कितनी पीडा सही है कितने कष्ट से उसे विस्तार से बताया कन्हैया चावला द्वारा भी विभाजन की विभीषिका के तहत समाज द्वारा सह गए विपदाओं को विस्तार से बताएं शंकर शाह रानी द्वारा भी विभाजन के दर्द को असहनीय बताते हुए विस्तार से बयान किया।

हरीश नागरानी द्वारा विभाजन की विभीषीका को को विभाजन की वीभित्सिका बताते हुए अपने बुजुर्गों द्वारा बताए गए उसे दर्द को भी बयान किया जिसमें 14 अगस्त 1947 को जब अखंड भारत का विभाजन हुआ उस रात की जो उनके वहां रह रहे पूर्वजों के साथ वहां लोगों द्वारा उनके साथ जो बर्ताव किया गया एवं विभाजन के तहत उन्हें जब वहां से घर जमीन जयजाद रिश्तेदार एवं अपनी मातृभूमि को छोड़कर रवाना किया तब जो हमें दर्द मिला उसे हम आज तक भूल नहीं पाए एवं यहां आने पर जितने भी सरकार है आई हमारे समाज के उत्थान लिए किसी भी सरकार ने किसी प्रकार की मदद नहीं की आज भी हम अपने बल पर संघर्षरत हैं इसके पश्चात नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णा पंजवानी द्वारा विभाजन के बाद सिंधी समाज एवं सिख समाज द्वारा उठाए गए कष्ट को विस्तार से बताया अपने बुजुर्गों द्वारा बताए गए अनुभवों को भी सभी के समक्ष साझा किए उन्होंने इस बात का भी आश्वासन दिया कि समाज के लिए जो भी जिस चीज की समाज को आवश्यकता होगी मैं प्रशासन द्वारा जो भी योजनाएं होंगी मैं उसे समाज के हित के लिए मैं उसे अवश्य लाऊंगी अंत में कार्यक्रम का समापन करने के पूर्व पूज्य संधि समाज की सचिव प्रेम असवानी द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया ।।