नैनपुर – जनाब,नैनपुर नगर की सड़क समझ कर सरपट भागने की कोशिश जान लेवा हो सकती है। क्योंकि इस नाम से चर्चित इस शहर की सड़कों की हालत वैसी नहीं हैं। कारण गड्ढे में सड़क है, या फिर सड़क में गड्ढे यह पता भी नहीं चलेगा। इनमें कुछ तो डेंजर जोन के रूप में मुंह बाए खड़ी है। जो तहसील रोड हे शहर की हालत ऐसी है कि सड़कों पर कभी नालियों का पानी जमा रहता है, तो कभी बारिश का।

ऐसे में इन गड्ढों वाली सड़कों की हालत ऐसी बन चुकी है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी।
हास्यास्पद तो यह कि ही यह नगर प्रशासन को दिखाई दे रहा है और ही नगर पालिका को भी लाखों खर्च कर बनाई इन सड़कों की दशा और दुर्दशा को देखने वाला कोई नहीं है। दिन के समय में तो फिर भी गनीमत है, पर रात का सफर तो बिल्कुल ही नहीं।

हैरत तो इस बात की है कि शहर के कुछ एरिया की सड़कों की हालत भी ऐसी है। गली कूचे की तो भगवान ही मालिक हैं।

लाखो खर्च के बाद भी सड़कों की हालत खस्ता :

शहर के विकास पर लाखो रुपए खर्च किए गए है। लेकिन सड़कों की हालत को देखकर यह विकास का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। लाखो रुपए की लागत से सड़कों की मरम्मत कराई गई थी।

कुछ साल बाद ही सड़कों की हालत खस्ता हो गई। इसके अलावा शहर के विकास पर लाखो रुपए भी खर्च किए हैं। बावजूद सड़क पर खड्डे की संख्या में कमी नहीं आई।

वार्ड वासियो ने सडक पर लगाया जाम

काली मंदिर के लोगों ने सड़क के गद्दो के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया ओर सडक को बंद कर दिया इसके बाद नगर पालिका इंजीनियर से बातचीत की तो वो मौक़े पर आये वे इस नतीजे पर पहुंचे कि जितनी देर तक इस रोड़ का कोई स्थाई हल नहीं हो पाता तब तक मुरम या डस्ट डालकर ही काम चलाया जाये सडक कि हालत यह हो गई कि भारी वाहनों का बोझ नहीं सह पाईगी और जगह-जगह जानलेवा गड्ढों में तब्दील हो गई। रेलवे अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने कहा कि सबसे अच्छा विकल्प यह है कि हम रोड बंद कर देते हैं

शहर की मुख्य मार्ग तहसील, sdm कार्यालय जाने वाली सड़क पर भी काफी छोटे बड़े गड्डे बन गए है। हल्की बारिश में ही यहां पानी भर जाता है। इसके कारण इस गड्ढ़े का आकार बढ़ गया। इधर, हर रोज कई वाहन गुजरते है। जिसके चलते इसकी हालत और बिगड़ रही है। वहीं रोड पर गाड़ियों के गुजरने से बना एक छोटा सा खड्डा आज काफी बड़ा बन चुका है। इस सड़क से गुजरना खतरे से कम नहीं है। सूखे ओर पानी से भरे गड्डे जो लोगों को तो दिख जाता है पर यह सीन नगर पालिका ओर स्थानीय प्रशासन को नहीं दिखाई देता है। शहर के तहसील रोड की हालत भी सही नहीं है।

इनका कहना हे

” शहर की कुछ मुख्य सड़कों पर भी गड्ढ़े हैं। इन पर अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो, यह बड़े होते जाएंगें। इसके अलावा गली मोहल्लों की सड़कों का भी यही हाल है। सड़क पर बने गड्ढे ही हादसों को जन्म देते हैं। (सतेंद्र तिवारी समाजसेवी)

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