किसानों से खरीदी गया 1 हजार क्विंटल गेंहु गोदाम पहुंचने के पहले हो गया गायब।

प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव का मामला।

पन्ना

            पन्ना जिले के प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव में किसानों से खरीदा गया एक हजार क्विंटल गेंहु गोदाम पहुंचने के पहले ही गायब हो गया। गोदाम में किसानों से खरीदी गई उपज का सत्यापन हुआ तो हड़कंप मच गया। कलेक्टर ने अधिकारियों की टीम बनाकर मामले की जांच कराई तो बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। अधिकारियों की जांच टीम को गोदाम में लगभग एक हजार क्विंटल गेंहू कम मिला है। प्रशासन ने खरीदी केंद्र प्रभारी समेत अन्य से 23 लाख रुपए की वसूल करने नोटिस जारी किया है।।    

             रबी विपणन वर्ष 2024-25 अंतर्गत जिलेभर में 44 से अधिक उपार्जन केन्द्रों पर पंजीकृत कृषकों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन किया गया। इनमें प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव, देवेंद्रनगर में भी किसानों की सुविधा के लिए गोदाम स्तरीय उजार्पन केंद्र बनाया गया था। खरीदी केंद्र प्रभारी ने अमले के साथ मिलकर जमकर गड़बड़ी की। किसानों से खरीदा गया 996.50 क्विंटल गेंहु गोदाम पहुंचने से पहले ही गायब हो गया। अधिकारियों की टीम किसानों से खरीदी गई उपज का सत्यापन करने पहुंची तब मामले का खुलासा हुआ। एमपी डब्ल्यूएलसी वेयर हाउस बड़ागांव गोदाम में 996.50 क्विंटल गेंहु कम पाया गया। बड़ी मात्रा में गेंहु कम मिलने से हड़कंप मच गया।

          कलेक्टर सुरेश कुमार ने किसानों से खरीदे गए गेंहु में हेरफेर करने का मामला सामने आया तो उन्होंने आनन-फानन में तहसीलदार की अगुवाई में जांच टीम बनाई। जिसमें तहसीलदार, खाद्य आपूर्ति अधिकारी, सहकारिता निरीक्षक सहित अन्य को शामिल किया गया। टीम ने जांच में पाया किसानों से जितनी मात्रा में गेंहु की खरीदी की गई वह पूरा गोदाम में जमा नहीं कराया गया। किसानों से खरीदा गया 996.50 क्विंटल गेंहु खरीदी केंद्र से गोदाम तक पहुंचा ही नहीं। यह गोदाम पहुंचने के पहले ही गायब हो गया। तहसीलदार की अगुवाई में टीम ने मामले की जांच पूरी कर ली है। टीम ने जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद अभिमत सहित प्रतिवेदन कलेक्टर को भी सौंप दिया है। जिसमें खरीदी केंद्र प्रभारी सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। साथ ही अधिकारियों की टीम ने खरीदी केंद्र प्रभारी नारायण सिंह, कम्पयूटर ऑपरेट से 23 लाख रुपए वसूल करने का अभिमत दिया है।

           गोदाम में गेंहु की मात्रा कम पाए जाने पर कलेक्टर ने खरीदी केंद्र प्रभारी नारायण सिंह समेत अन्य को 23 लाख रुपए वसूली का नोटिस जारी किया गया है। साथ ही सहायक आयुक्त सहकारिता अरुण मेश्राम को प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव के खरीदी केंंद्र प्रभारी समेत अन्य से 23 लाख रुपए वसूलने का जिम्मा सौंपा है।

किसानों से खरीदी गया 1 हजार क्विंटल गेंहु गोदाम पहुंचने के पहले हो गया गायब

प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव का मामला, खरीदी केंद्र प्रभारी समेत अन्य से होगी 23 लाख रुपए की वसूली

         पन्ना प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव में किसानों से खरीदा गया एक हजार क्विंटल गेंहु गोदाम पहुंचने के पहले ही गायब हो गया। गोदाम में किसानों से खरीदी गई उपज का सत्यापन हुआ तो हड़कंप मच गया। कलेक्टर ने अधिकारियों की टीम बना मामले की जांच तो बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। अधिकारियों की जांच टीम को गोदाम में लगभग एक हजार क्विंटल गेंहू कम मिला है। प्रशासन ने खरीदी केंद्र प्रभारी समेत अन्य से 23 लाख रुपए की वसूल करने नोटिस जारी किया है। रबी विपणन वर्ष 2024-25 अंतर्गत जिलेभर में 44 से अधिक उपार्जन केन्द्रों पर पंजीकृत कृषकों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन किया गया। इनमें प्राथमिक कृषि सखा सहकारी समिति बिरवाही बड़ागांव, देवेंद्रनगर में भी किसानों की सुविधा के लिए गोदाम स्तरीय उजार्पन केंद्र बनाया गया था। खरीदी केंद्र प्रभारी ने अमले के साथ मिलकर जमकर गड़बड़ी की। किसानों से खरीदा गया गेंहू गोदाम पहुंचने के पहले ही गायब करवा दिया। गोदाम पहुंचने के पहले ही गायब हो गया 996.50 क्विंटल गेंहू किसानों से खरीदी के लिए गोदाम स्तरीय खरीदी केंद्र बिरवाही, बड़ागांव में बनाया गया था। किसानों से खरीदा गया 996.50 क्विंटल गेंहु गोदाम पहुंचने से पहले ही गायब हो गया। अधिकारियों की टीम किसानों से खरीदी गई उपज का सत्यापन करने पहुंची तब मामले का खुलासा हुआ। एमपी डब्ल्यूएलसी वेयर हाउस बड़ागांव गोदाम में 996.50 क्विंटल गेंहु कम पाया गया। बड़ी मात्रा में गेंहु कम मिलने से हड़कंप मच गया।

वीओ :- कलेक्टर के निर्देश पर गठित जांच टीम ने भी पाई गड़बड़ी कलेक्टर सुरेश कुमार ने किसानों से खरीदे गए गेंहु में हेरफेर करने का मामला सामने आया तो उन्होंने आनन-फानन में तहसीलदार की अगुवाई में जांच टीम बनाई। जिसमें तहसीलदार, खाद्य आपूर्ति अधिकारी, सहकारिता निरीक्षक सहित अन्य को शामिल किया गया। टीम ने जांच में पाया किसानों से जितनी मात्रा में गेंहु की खरीदी की गई वह पूरा गोदाम में जमा नहीं कराया गया। किसानों से खरीदा गया 996.50 क्विंटल गेंहु खरीदी केंद्र से गोदाम तक पहुंचा ही नहीं। यह गोदाम पहुंचने के पहले ही गायब हो गया।खरीदी केंद्र प्रभारी समेत अन्य से होगी 23 लाख रुपए की वसूली- तहसीलदार की अगुवाई में टीम ने मामले की जांच पूरी कर ली है। टीम ने जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद अभिमत सहित प्रतिवेदन कलेक्टर सुरेश कुमार को भी सौंप दिया है। जिसमें खरीदी केंद्र प्रभारी सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। साथ ही अधिकारियों की टीम ने खरीदी केंद्र प्रभारी नारायण सिंह, कम्पयूटर ऑपरेट से 23 लाख रुपए वसूल करने का अभिमत दिया है।।

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