आशा कार्यकर्ता हो या स्वास्थ्य सेवाएं हर किसी को नेटवर्क के लिए संघर्ष

सिवनी

मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के कुरई विकासखंड में स्थित नएगांव अपनी हरियाली, शांति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा वनग्राम है, जहां लगभग 112 घरों में करीब 650 लोग निवास करते हैं। लेकिन इस सुरम्य गांव की खूबसूरती के पीछे एक कड़वी सच्चाई भी छिपी है इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की अनुपस्थिति

जहां सूचना का अभाव, वहीं बढ़ती मुश्किलें

नएगांव में न तो मोबाइल नेटवर्क है और न ही इंटरनेट का सही कवरेज। यहां के लोग मोबाइल फोन तो रखते हैं, लेकिन ये उपकरण उनके लिए केवल घड़ी या कैमरे तक ही सीमित रह गए हैं। किसी जरूरी सूचना के लिए उन्हें तीन किलोमीटर दूर साखादेही गांव तक पैदल जाना पड़ता है, जहां नेटवर्क आता है।

इस समस्या का सबसे बड़ा प्रभाव गांव के स्कूल पर पड़ा है। यहां के शिक्षकों को स्कूल की ऑनलाइन हाजिरी भरने या शैक्षणिक सूचनाएं देने के लिए गांव से बाहर जाना पड़ता है। आशा कार्यकर्ता हो या स्वास्थ्य सेवाएं — हर किसी को नेटवर्क के लिए संघर्ष करना पड़ता है।

जब शादी में बाधा बना नेटवर्क

इस नेटवर्क समस्या का प्रभाव गांव के सामाजिक जीवन पर भी पड़ रहा है। नएगांव में लगभग 26 युवक-युवतियां विवाह योग्य हैं, लेकिन उनकी शादियां नेटवर्क समस्या के कारण अटक गई हैं। कई बार रिश्तेदार शादी के लिए यहां आते हैं, लेकिन जब वे अपने परिचितों से बात करने के लिए मोबाइल निकालते हैं और नेटवर्क न मिलने पर लौट जाते हैं, तो रिश्ता वहीं टूट जाता है।

जान के लिए भी खतरा

गांव पेंच नेशनल पार्क के बफर जोन में स्थित है, जहां वन्य जीवों का विचरण आम बात है। कई बार बाघ या अन्य जंगली जानवरों के हमले में लोग घायल हो जाते हैं। ऐसे में न तो वे समय पर डायल 100 या 108 एंबुलेंस को सूचना दे पाते हैं, न ही इलाज समय पर मिल पाता है।

ग्रामवासियों की गुहार: हमें चाहिए एक टावर

गांव के सरपंच धनसिंह सरयाम और सचिव राजपाल बघेल का कहना है कि इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन से कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि गांव में मोबाइल टावर लग जाए तो उनकी कई समस्याएं दूर हो जाएंगी — चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य सेवाएं हों या सामाजिक जीवन।

नएगांव की यह कहानी विकास की उस विडंबना को दर्शाती है, जहां तकनीक के इस दौर में एक गांव की जिंदगी इंटरनेट के अभाव में ठहर सी गई है। नएगांव के लोग अब भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द ही उनके गांव में नेटवर्क का उजाला फैलेगा और उनकी जिंदगी पहले से कहीं ज्यादा आसान और सुरक्षित हो जाएगी।

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