वन विहार में अंर्तराष्ट्रीय गिद्ध दिवस पर कार्यशाला

भोपाल

अंर्तराष्ट्रीय गिद्ध दिवस 7 सितम्बर को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, विहार वीथिका में गिद्ध संरक्षण एवं संर्वधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में भोपाल शहर के आस-पास संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित गौशालाओं के संचालक/प्रबंधक सम्मिलित हुए। कार्यशाला में गौ संचालकों को गिद्ध संरक्षण एवं संर्वधन विषय पर जानकारी के साथ-साथ गायों के उपचार में डायक्लोफेनिक दवा का उपयोग न करने एवं अन्य विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई गई।

    

अंर्तराष्ट्रीय गिद्ध दिवस 7 सितम्बर को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, विहार वीथिका में गिद्ध संरक्षण एवं संर्वधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में भोपाल शहर के आस-पास संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित गौशालाओं के संचालक/प्रबंधक सम्मिलित हुए। कार्यशाला में गौ संचालकों को गिद्ध संरक्षण एवं संर्वधन विषय पर जानकारी के साथ-सगायों के उपचार में डायक्लोफेनिक दवा का उपयोग न करने एवं अन्य विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई गई।

कार्यशाला के उद्देश्यों पर मीना अवधेशकुमार शिवकुमार, संचालक, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल द्वारा प्रकाश डाला गया। श्री मो. खालीक, भोपाल बर्ड्स, भोपाल द्वारा गिद्ध प्रजाति एवं उनके महत्व पर प्रकाश डाला, कु. जैनब खान, बायोलॉजिस्ट, गिद्ध संवर्धन केन्द्र, केरवा, भोपाल द्वारा गिद्ध संर्वधन केन्द्र में किस प्रकार से गिद्धों को संरक्षित किया जाता है, इसके बारे में जानकारी दी तथा डॉ. अजय रामटेके, उप संचालक, पशु चिकित्सालय, भोपाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दुधारू पशुओं के उपचार में डायक्लोफेनिक दवा का उपयोग न करने तथा उसके स्थान पर मैलेक्जिकेम दवा उपयोग करने की सलाह दी गई। डायक्लोफेनिक दवा का उपयोग दुधारू पशुओं के लिए भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया है।

कार्यशाला के अंत में संचालक महोदय द्वारा गिद्धों के संरक्षण के लिये कार्यशाला में सम्मिलित प्रतिभागियों से चर्चा की और कार्यशाला को समाप्त किया। कार्यशाला का संचालन संचालक, वन विहार ने किया। कार्यशाला में सुनील कुमार सिन्हा, सहायक संचालक, वन विहार, श्री विजय बाबू नंदवंशी, बायोलॉजिस्ट, वन विहार तथा वन विहार के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

इसी कड़ी में श्री सेमसंग, प्रबंधक, गिद्ध संवर्धन केन्द्र केरवा, भोपाल द्वारा वल्चर थीम पर स्कूल के बच्चों के लिए ड्राईंग कॉम्पेटिशन केरवा सेन्टर पर कराया गया था जिसके विजेताओं (प्रथम, द्वितीय व तृतीय) को संचालक वन विहार द्वारा पुरूस्कृत किया गया तथा इसके पश्चात विद्यार्थियों को साँप सीड़ी खेल के माध्यम से गिद्धों के संरक्षण एवं बचाव के बारे जानकारी देकर जागरूक किया।

अंर्तराष्ट्रीय गिद्ध दिवस माह सितम्बर के प्रथम शनिवार को मनाया जाता है। इस वर्ष माह सितम्बर पहला शनिवार नौ सितम्बर को होने से वन विहार में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें पर्यटकों में गिद्धों के संरक्षण के प्रति लगाव उत्पन्न करने के लिये जन जागरूकता अभियान के तहत “ऑन द स्पॉट क्विज” का आयोजन किया गया जिसमें वन विहार में भ्रमण करने आए पर्यटकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिसमें गिद्धों के संरक्षण से सम्बन्धित प्रश्न किए गए तथा जिन्होंने सही उत्तर दिए उन पर्यटकों को पुरुस्कार भी दिया गया।

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