पेट्रोल -डीजल की आसमान छूती कीमतों पर काबू करने के लिए केंद्र सरकार कर रही है उपाय। केंद्र सरकार पैट्रोल – डीजल की कीमतों को GST के दायरे में लाने के बारे में विचार कर रही है ।।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संकेत दिए है कि पेटोल ओर डीजल की कीमत GST के दायरे में लाने के लिए विचार कर रही है । सरकार का मानना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों को GST के दायरे में लाते है तो पेट्रोल और डीजल की कीमतें घट कर लगभग आधी हो जायँगी।।जिससे आम जनता की काफी राहत मिलेगी।।
उत्पात पर क्या लगता है शुल्क
भारत मे GST लागू है जिसे 1 जुलाई 2017 को पेश किया गया था । तब राज्यो की उच्च निर्भरता के कारण पेट्रोल और डीजल को GST के बाहर रखा गया था अब आसमान छूती पेट्रोल और डीजल की कीमतों कम करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारो को मिल कर एक संयुक्त सहयोग करना पड़ेगा । उनका मानना है कि पेट्रोलियम को GST के दायरे में लाने से इनकी कीमते कम हो जायँगी।।
पेट्रोलियम उत्पादों को GST के दायरे में लाने से देश भर में ईंधन की कीमत एक जैसी हो जाएंगी । यदि नही ,अगर GST काउंसिल ने कम स्लैब का विकल्प चुना तो कीमतों में काफी कमी हो सकती है – 5%,12%,18% ओर 28 % । वही अभी केंद्र और राज्य सरकारें उत्पाद शुल्क के वेट के नाम पर पेट्रोल और डीजल पर 100% से ज्यादा टेक्स वसूल रही है।।