एमएसएमई विभाग की योजना के तहत मिला लाभ, कहा प्रदेश सरकार उपलब्ध करा रही उद्यमियों के अच्छा वातावरण
राज्य के युवा महज रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनें। इस दिशा में राज्य सरकार सतत् रुप से कार्य कर रही है। शासन के एमएसएमई विभाग द्वारा युवाओं को उद्यमी बनाने के लिये हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है। युवाओं को उद्यम स्थापित करने के पूर्व कन्सल्टेन्सी हो या योजनाओं का लाभ कैसे मिले, इसकी विस्तार से जानकारी सुगमता से उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि उद्यमियों के लिये एक अच्छा वातावरण तैयार हो सके।
शासन के इन्ही प्रयासों से आज कटनी के युवा अंकुर जैन ने अपनी बेसन तैयार करने और पैकेजिंग की यूनिट स्थापित की है। अंकुर पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेन्ट हैं। उन्होने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई की है। जिसके बाद दिल्ली में ही उन्होने चार्टर्ड अकाउंटेन्ट भी किया है। जिसके बाद अब उन्होने बेसन निर्माण की यूनिट इण्डस्ट्रियल एरिया लमतरा में लगाई है। अंकुर ने बताया कि अपनी यूनिट से वे प्रतिदिन 10 से 15 टन बेसन तैयार कर रहे हैं। 10 लोगों को अपनी यूनिट में उन्होने रोजगार भी दिया हुआ है। नमकीन के लिये सुपर फाईन बेसन और घरेलू आवश्यकताओं के लिये दरदरा बेसन उनके प्लान्ट में तैयार किया जाता है। इस उद्योग को स्थापित करने अंकुर के लिये एक सेतु का काम किया है एमएसएमई प्रोत्साहन योजना ने।
महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र अजय श्रीवास्तव ने बताया कि अंकुर को उद्यमी बनाने के लिये उन्हें खुद का उद्योग स्थापित करने के लिये प्रदेश की एमएसएमई प्रोत्साहन योजना के तहत लाभान्वित किया गया है। जिसके अन्तर्गत 39 लाख 72 हजार 520 रुपये की राशि उद्योग विकास अनुदान के तहत स्वीकृत की गई है। जो कि 4 समान वार्षिक किश्तों में दी जायेगी। प्रोफेशन से चार्टर्ड अकाउंटेन्ट अंकुर जैन भी शासन के प्रयासों को सराह रहे हैं। उन्होने कहा कि शासन की योजनाओं और सुगम सहयोग व मार्गदर्शन से मुझे भी अपना स्वयं का उद्योग स्थापित करने में सहायता मिली है।
अंकुर ने बताया कि अभी वे बेसन के लिये दाल कटनी, दमोह और गाडरवारा से आयात करते हैं। भविष्य में दाल मिल प्रारंभ करने की योजना भी उन्होने बनाई है। दाल की प्रोसेसिंग और बेसन निर्माण के लिये उन्होने गुजरात, नागपुर, दिल्ली और हैदराबाद से मशीनें मंगई हैं, जिससे अच्छी क्वालिटी के बेसन का निर्माण कम समय में हो सकेगा।