सिवनी जिले के अनेकों लाल मातृभूमि की सुरक्षा के लिए सरहदों पर तैनात हैं उन्हीं में से एक थे शहीद आदेश भूरा बघेल उनके परिवार के द्वारा बताया गया कि शहीद आदेश भूरा बघेल जी की पोस्टिंग अमृतसर में थी और वह किसी कार्य को लेकर दिल्ली गए हुए थे वही रास्ते में दुर्घटना का शिकार हो गए जिसमें उनकी दुःखद मृत्यु हो गई । जैसे ही आदेश भाई की दुःखद खबर संगठन को मिली संगठन ने अपनी तैयारी की और आदेश भाई के पार्थिव शरीर को उनके गाँव तक ले कर आने वाली सेना की टीम से संपर्क किया । जिससे सेना के अधिकारी पूरे समय संगठन को हर पल की खबर देते गए और जिसमें शहीद आदेश को सिवनी से उनके गाँव तक ससम्मान ले जाने की जिम्मेदारी का पुण्य कार्य शामिल था। जिसे सेना के प्रोटोकॉल के साथ निभाया जाना था संगठन ने पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा किया।
संगठन ने अपनी यूथ विंग के साथ इस जिम्मेदारी को पूरे समर्पण के साथ निभाया सिवनी के आमजन मानस ने अपनी पूरी देश भक्ति को इस मौके पर उड़ेल दिया रास्ते भर शहीद भूरा बघेल अमर रहे और भारत माता की जयकारों ने पूरी सिवनी नगरी में ये फिर साबित कर दिया कि शिव की नगरी देश भक्तों की नगरी है।
संगठन के द्वारा सेना की गाड़ी को अपने तय किये गए मार्गों से ले जाया गया जहां घर घर से शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा की गई कहीं लोग आंसू पोंछते दिखे तो कहीं जयकारे लगाते हुए मिले।
2 घण्टे की इस अंतिम यात्रा के बाद शहीद के गांव पहुँचकर उनके परिवार को अंतिम दर्शन कराए गए इसके बाद मोक्ष धाम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद आदेश भूरा बघेल जी को अंतिम विदाई दी गई। हिंग लाज सेना ने भी अपनी जिम्मेदारी के साथ पूर्ण सहयोग दिया।
इस मौके पर दलगत राजनीति से हटकर सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने भी शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित की।*