सिवनी

सिवनी/ बाँझ महिला प्रसव की पीड़ा अहसास नही कर सकती उसी प्रकार किसान विरोधी सरकार कैसे करेगी 2022 में किसानों की आय दुगुनी करने का वादा कर तीन किसान विरोधी काले कानून कोरोना जैसी महामारी के संकट में लेकर आई जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज 24 मार्च को होने वाली सिवनी की किसान महापंचायत को भाजपा की सरकार जिला प्रशासन पर दबाब डालकर विफल बनाना चाहती है ।

95 दिनों से किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे विभिन्न किसान संगठन जिसमे किसान सभा, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ,किसान संघर्ष समिति,किसान समन्वय समिति ,किसान गर्जना व भिन्न राजनीतिक दलों के किसान नेता आने वाली 24 मार्च को प्रस्तावित किसान महापंचायत को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने में लगे हुए है।वही जिला प्रशासन किसानों की अनदेखी कर भाजपा नेताओं के दबाब में विफल बनाने का प्रयास में लगा है ।।

आंदोलनकारियों की ओर से जारी प्रेस विघ्प्ति में मीडिया प्राभारी राजेश पटेल ने बताया कि किसानों की महापंचायत विफल नही होगी बल्कि किसान आंदोलन को जो षड्यंत्र किया जा रहा उससे मजबूत बल मिलेगा गांव गांव किसानों में उत्साह है लोगों ने 24 तारीख को आने वाले किसान नेताओं अंतरराष्ट्रीय शूटर पूनम पंडित प्रतिभा सिन्धे शिवकुमार शर्मा कक्का जी राहुल राज को सुनने की परिवार सहित तैयारी की है जिसकी गोपनीय रिपोर्ट से सत्ता धारी दल बौखलाया हुआ है लोकतंत्र की गरिमा से बाहर covid 19 का बहाना से अधिकारीओं पर दबाब बनाकर सभा मे व्यवधान पैदा कर रहा है ।।

आज किसान संगठनों की एक बैठक पलारी में रखी गई है कल धरना स्थल पर हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि किसान महापंचायत को सफल बनाने सभी साथी पूरी ताकत झोंक देंगे ।।

बैठक में प्रमुख रूप से राजेंद्र जयसवाल रघुवीर सिंह सनोडिया डीडी वासनिक पीआर इनवाती प्रो.बी सी उके, एसके देश भरतार किरण प्रकाश,निशा कुम्हारे ओमप्रकाश बोर्डे अधिवक्ता अहमद सईद कुरैशी, के एल भलावी शुभम पटेल,हुकुम सनोडिया ईश्वर सिंह राजपूत राजेश सौलंकी, राजेश पटेल, रजीत बघेल ,रामकुमार सनोडिया सन्तोष ठाकुर अली एम आर खान बबलू मर्सकोले,बंसत बघेल घनश्याम सनोडिया पूर्व मंडी अध्यक्ष पदम् सनोडिया उपस्थित रहे ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *