* उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के पर्व का आगाज हो चुका है।
* महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन बाबा महाकाल का अलग-अलग प्रकार से श्रृंगार किया जाता है।

महाशिवरात्रि 2021 : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के पर्व का आगाज हो चुका है। वैसे तो महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के पर्व की कुछ अलग ही धूम नजर आती है। महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन बाबा महाकाल का अलग-अलग प्रकार से श्रृंगार किया जाता है। तो आइए जानते हैं महाशिवरात्रि पर्व के दौरान महाकालेश्वर मंदिर की गतिविधियों, कार्यक्रम और बाबा के श्रृंगार के बारे में।

महाकाल मंदिर कार्यक्रम और श्रृंगार

07 मार्च

होल्कर श्रृंगार, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र

08 मार्च

श्री मनमहेश श्रृंगार, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र,

09 मार्च

श्री उमा- महेश श्रृंगार, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र,

10 मार्च

शिवतांडव श्रृंगार, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र,

11 मार्च

महाशिवरात्रि पर सतत जलधारा रहेगी,

12 मार्च

सप्तमधान श्रृंगार (सेहरा दर्शन), कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र,

14 मार्च

चंद्र दर्शन, पंचानन दर्शन, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र आदि धारण कराए जाएंगे।

महाशिवरात्रि के दौरान मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान भगवान श्री महाकाल के दर्शन नंदीमंडपम के पीछे लगे बैरीकेट्स से होंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और प्रतिदिन बाबा महाकाल का आकर्षक और मनोहारी श्रृंगार किया जाता है।

हरदिन होगा भजन कीर्तन

श्री महाकालेश्वर मंदिर में 03 मार्च से 11 मार्च तक महाशिवरात्रि यानि शिवनवरात्रि के दौरान प्रत्येक दिन बाबा के भजनों का गुणगान किया जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि कीर्तन लगातार वर्ष 1909 से महाशिवरात्रि के अवसर पर होता आ रहा है।

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